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July 28, 2020
कोरोना ने केकड़ी थाने में मनाया मंत्री जी का जन्म दिन
ज़िला लॉक डाउन के लिए पूरी तरह तैयार
ज़िला कलेक्टर हुए चॉक चौबंद शीघ्र ही लागू होगी नई रणनीति
बेक़ाबू हुआ कोरोना
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। ख़ास तौर से केकड़ी में शुभकामनाओं के पोस्टरों से कस्बे को पाट दिया गया। मेरी ओर से भी अपने इस अलौकिक मित्र को अनंत शुभकामनाएं। ईश्वर उनको अगला मुख्यमंत्री बनाए। वैसे अभी भी उनकी संप्रभुता वैसी ही है। ईश्वर उसमें इज़ाफा करें।
वे चिकित्सा मंत्री हैं। इसलिए कोरोना कि उनकी सीधी रिश्तेदारी हो गई है ।कोरोना ने केकड़ी के पुलिस थाने में जाकर चिकित्सा मंत्री का जन्म दिवस मनाया। कई पुलिसकर्मी कोरोना की भेंट चढ़ गए। पुलिस कप्तान को केकड़ी थाने में जाकर पुलिस कर्मियों का हौसला बढ़ाना पड़ा।कोरोना का हौसला किसी को बढ़ाने की ज़रूरत नहीं। वह अपनी पीठ ख़ुद थपथपा लेता है। राजस्थान की सरकार भी इस दिशा में उसका मार्ग प्रशस्त करती रही है ।
राजस्थान में यदि सरकार बाड़े में कैद नहीं होती तो अब तक पूरे राज्य में लॉकडाउन लगा दिया जाता मगर राजभवन घेरने की तैयारियां कर रही सरकार के पास कोरोना को घेरने की वैसे भी फुर्सत नहीं।
अभी कल ही मुख्यमंत्री महोदय ने कहा है कि कोरोना पर चौतरफा हमला ज़रूरी है। यह चौतरफा हमले का ख्याल उन्हें तब आया होगा जब उन पर भाजपा ने चौतरफा हमला शुरू कर दिया है। उनके खासों पर छापे मारे जा रहे हैं। पार्टी में उनके दुश्मनों को उकसाया जा रहा है। उन्हें अदालती हमलों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी एसओजी को खिलौना बना दिया गया है। सरकार को विधान सभा सत्र बुलाने की अनुमति नहीं दी जा रही । राज्यपाल के हाथों उन्हें दबोचने की कोशिश की जा रही है। उनकी सत्ता राष्ट्रपति के हाथों में सौंपे जाने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसे ही तो कहते हैं चौतरफा हमला।
अशोक गहलोत भी अब चौतरफा हमला करेंगे। प्रयोग कोरोना पर होगा ।चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने अपने जन्मदिन के अवसर पर राज्य के जिला कलेक्टरों को यह अधिकार दिए हैं कि वे अपने दिमाग व स्वविवेक से जहां चाहे लॉक डाउन कर सकते हैं।
यह बेहद अच्छा खेल खेला जा रहा है। केंद्र सरकार ने कोरोना से लड़ने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर छोड़ दी है। राज्य सरकारों ने जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री पर छोड़ दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने जिम्मेदारी जिला कलेक्टरों पर छोड़ दी है। जिला कलक्टर अपनी जिम्मेदारी जनता पर छोड़ चुके हैं।घर रहो सुरक्षित रहो का नारा लगाने के बाद देश में कोरोना से लड़ने की जिम्मेदारी किसी की नहीं रही।
कोरोना अब बिना पक्षपात के अपना अश्वमेघ यज्ञ जारी रख रहा है। अमिताभ बच्चन से लेकर मुख्य मंत्रियों तक उसने पांव पसार लिए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अस्पताल में हैं।नागौर के कलाकार हनुमान बेनीवाल अस्पताल में हैं। अधिकारियों और चिकित्सा कर्मियों को भी कोरोना उल्टा लिट चुका है। राजस्थान में वही जिंदा है जिसे कोरोना मारना नहीं चाह रहा या जो उसके शिकंजे में अभी आ नहीं पाया है।
पब्लिक वैक्सीन आने का इंतज़ार कर रही है। काढ़ा पीकर कोरोना के विरुद्ध ताक़त इकट्ठा कर रही है। जोधपुर, उदयपुर, पाली, सिरोही,अजमेर,अलवर,बीकानेर,कोटा,जयपुर, टोंक सहित सभी जिलों में हालात ये हैं कि यहां लॉकडाउन लगाने की ज़रूरत पिछले 7 दिनों से महसूस की जा रही है। लोग जानते हैं कि बिना लॉक डाउन के कोरोना की चैन को नहीं तोड़ा जा सकता मगर अर्थ तंत्र को पुनर्जीवित करने के नाम पर राज्य की जान जोखिम में डाली जा रही है। क्या मुर्दों के लिए अर्थ तंत्र बचाया जा रहा है
राज्य सरकार पब्लिक को मार के ख़ज़ाने भरना चाहती है और मौत का टीला कोरोना तैयार कर रहा है। जोधपुर में चौबीस घंटों में 239 लोग कोरोना का शिकार हो गए। यह रफ्तार आज कम हो जाएगी मैं नहीं मानता। आजकल से ज्यादा लोग संक्रमित होंगे। कोरोना को हम कमजोर मान कर चलते रहे।
मैं विगत पांच महीनों से आए रोज़ कोरोना को गालियां बकता रहा हूँ। जनता को जागरूक करता रहा हूँ। प्रशासन को सावधानियां बरतने की सलाह देता रहा हूँ मगर मेरी आवाज़ नक्कार खाने में तूती की आवाज़ साबित हो रही है।
हम नेताओं के जन्मदिन मना रहे हैं। सरकार बाड़े बंदियां कर रही हैं। चारों तरफ तबाही मची हुई है। जनता की नींद हराम हो चुकी है मगर किसी को किसी की कोई परवाह नहीं।
अजमेर के ज़िला कलेक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित जी से मेरा आग्रह है कि वे अपने गणितज्ञ होने का लाभ जिले को पहुंचाएं। सरकार आपके सिर पर कोरोना की जिम्मेदारी लाद कर अलग हो चुकी है। अब आपको नई रणनीति तय करनी है। जो चल रहा है वह अब बंद करना होगा। आसार अच्छे नहीं। लॉकडाउन तो आपको लगाना ही होगा। बाज़ारों को एक साथ बंद नहीं भी किया जाए तो उसके लिए समय बद्ध बंद किए जाने पर तुरंत विचार किया जाना चाहिए। बाज़ारों के खुलने के दिन और समय दोनों पर पुनर्विचार करना बहुत ज़रूरी है। छूटों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। संवेदनशील इलाकों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्थाओं के घेरे में ले लेना चाहिए। जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित किए जाने चाहिए।
श्री प्रकाश राजपुरोहित जी!! जिले को आपसे बहुत उम्मीदें हैं। दौरा करने या निरीक्षण करने का काम बहुत हो चुका। आप को जितनी वाहवाही मिलनी थी ,मिल चुकी है।आपका हनीमून समय समाप्त हो चुका है। अब फैसला लेने का समय आ गया है।
मेरे इस ब्लॉग को आप जिले भर की प्रार्थना पत्र समझें।तत्काल लॉकडाउन के लिए योजनाएं बनाएं। लॉकडाउन तो आपकोलगाना ही होगा। आज नहीं तो कल ।कोरोना आपके सिर पर तलवार लेकर बैठा हुआ है। जल्दी महसूस कर लो, वही अच्छा होगा।
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