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May 22, 2020
मेरा सद्बुद्धि यज्ञ आज से शुरू
ध्यान से पढ़ेंगे तो समझ में आएगा,ध्यान से नहीं पढ़ा तो और ज़्यादा समझ में आएगा
*सुरेन्द्र चतुर्वेदी*
*आजकल मैं हर रोज़ अपने घर पर सद्बुद्धि यज्ञ कर रहा हूँ। उसी तरह जिस तरह वैशाली नगर में श्री राधे सोशल फाउंडेशन कोरोना से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला काढ़ा बांट रहा है। काढ़े से कोरोना ख़त्म नहीं होता मगर यह निर्विवाद सत्य है कि इससे लोगों में कोरोना से लड़ने के लिए आत्मविश्वस और प्रतिरोधक क्षमता ज़रूर बढ़ जाती है।*
*मेरे सद्बुद्धि यज्ञ करने से देश राज्य या अजमेर ज़िले में और कुछ हो ना हो, मगर सरकार, प्रशासन और राजनेताओं सहित विभिन्न लोगों की बुद्धि का स्तर तो सुधरेगा ही। यह मेरा विश्वास है। हो सकता है , इसे कुछ लोग अंधविश्वास मान लें।*
*मैं सद्बुद्धि यज्ञ कर रहा हूँ आदरणीय मोदी जी के लिए कि वे देश की सत्ता भली- भांति चलाएं। देश के हितों को सर्वोपरि रखें। कोरोना की चाइना वापसी के लिए कठोर और कारगर कदम उठाएं।*
*मैं सद्बुद्धि यज्ञ कर रहा हूँ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए कि वे बदहवास होकर जल्दबाजी में फ़ैसले न लें। राज्य में जब कोरोना का प्रभाव शुरुआती दौर में बहुत धीमे था तब गहलोत जी सख़्ती बरत रहे थे और अब जब कोरोना तेज़ रफ़्तार में भिड़ंत ले रहा है तब वे राज्य में विभिन्न तरह की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं करवाकर बाज़ार खोल रहे हैं। रास्ते खुलवा रहे हैं। बस और ट्रेन चलवा रहे हैं।*
*राजस्थान में एक कहावत बहुत प्रचलित है। घर में कोन्या तेलन ताहीं, रांड मरे गुलगुला ताहीं। यह कहावत अशोक गहलोत जी के लिए प्रयोग में लाई जा सकती है। सिर्फ़ रांड मरे वाली बात हटा कर।*
*राज्य में कोरोना को लेकर हमने बहुत सी ग़लतफ़हमी पाल रखी हैं।पहली तो यही कि सख़्ती सिर्फ़ रेड जॉन में ही होनी चाहिए। बाक़ी क्षेत्रों में ढील देकर जनजीवन सामान्य कर देना चाहिए। मेरा सद्बुद्धि यज्ञ ऐसा सोचने वालों के लिए है।*
*यज्ञ उन लोगों के लिए भी है जो ऐसा सोचते हैं की प्रवासी मजदूरों के राज्य में आने से कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं पड़ेगा। प्रवासियों का अभी तो आना शुरू ही हुआ है। पहले दौर में है। अभी से कई ज़िलों में आंकड़े कोरोना के पक्ष में नारे लगा रहे हैं और सरकारी ढीलों को ताल ठोक कर गालियां बक रहे हैं।*
*अभी जून का महीना तो आया ही नहीं है। मैंने तो 1 महीने पहले ही अपने कई ब्लॉग्स में लिख दिया था कि जून के महीने में कोरोना राज्य में तांडव दिखाएगा। लॉक डाउन में दी गई ढीलें सरकार वापस लेने पर मजबूर हो जाएगी। वही बात मैं अभी भी दोहरा रहा हूँ मगर गहलोत जी पर पता नहीं कौन सा नर पिशाच या कौन सा भूत सवार है कि वे अर्थव्यवस्था सुधारने के चक्कर में आम लोगों की जिंदगी नर्क बनाने पर उतारू हैं। मेरा सद्बुद्धि यज्ञ उनके लिए भी है।*
*मेरा यज्ञ अजमेर के ज़िला प्रशासन के लिए भी है। पुलिस कप्तान कुंवर राष्ट्रदीप सिंह चाह कुछ और रहे हैं और हो कुछ और रहा है। वे पुलिस महकमे को अतिरिक्त सतर्क और सावधान रहने की नसीहतें दे रहे हैं मगर महकमा... पुलिस की परंपरागत कार्य शैलियों का ही निर्वाह कर रहा है।*
*अब तो मासूम बालिका को पीड़ित करने वाले बलात्कारी भी कोरोना पीड़ित निकल रहे हैं। यह देश में पहली बार हो रहा है। मुल्क में अब तक कोई भी बलात्कारी कोरोना पीड़ित नहीं पाया गया। इलायची बाई के शहर में ही ऐसा हो सकता था। हो गया है।*
*अब ज़बरदस्ती की शिकार से पहले ही ज़ख़्मी हुई नाबालिग छात्रा पर कोरोना के बादल मंडरा रहे हैं।पहले वहशियों ने उसका जिस्म नोंचा अब कोरोना भी उसकी देह पर हमला कर सकता है।*
*मेरा सद्बुद्धि यज्ञ रोग के देवता धन्वंतरी जी के लिए भी है। वह हम पर रहम करें। उस नाबालिग छात्रा को कोरोना से बचाएं।बेचारे उन पुलिसवालों को भी कोरोना से बख्श दें जो हरामी बलात्कारियों को न्याय प्रक्रिया के तहत अदालत लाते ले जाते रहे।*
*मेरा सद्बुद्धि यज्ञ सी एम एच ओ श्री के के सोनी के लिए भी है जिनकी तबीयत इन दिनों ख़राब है। ईश्वर उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दे। फिर सद्बुद्धि भी दे कि वे कोरोना की जांचों में तेज़ी लाएं ,सतर्कता बरतें। आरोप लग रहे हैं कि नाम किसी का दर्ज़ हो रहा है, जांच किसी और की हो रही है और रिपोर्ट ईश्वर के भरोसे पॉजिटिव से नेगेटिव और नेगेटिव पॉजिटिव हो रही है।*
*मेरा सद्बुद्धि यज्ञ अजमेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी परमवीर बाहुबली देवी सिंह कच्छावा के लिए भी है जिन्होंने अपनी औक़ात का प्रदर्शन निहत्थे अध्यापकों पर मुक़दमा दर्ज़ करवाकर किया है। ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करे। वह संयम बरतते हुए अपना कठोर फ़ैसला वापस ले लें। अध्यापकों के विरुद्ध दर्ज़ मुकदमे पर कोई कार्रवाई न करवाएं। वैसे मुक़दमा वापस न भी लें तो उन्हें कौन सा परमवीर चक्र प्राप्त हो जाएगा।*
*यहां मैं उन्हें वक्त फिल्म का एक डायलॉग बोलकर सुना रहा हूँ। अभिनेता राजकुमार के अंदाज़ में। "जिनके ख़ुद के घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकते।"*
*कछावा जी महाशय , आप समझ गए होंगे मेरा आशय। अब तक तो कांग्रेसी नेता हेमंत भाटी ही आपके पीछे पड़े हुए थे, अब तो भाजपा के विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव भाऊ भी आपके पर कतरने को मैदान में आ गए हैं।*
*मैं अपने सद्बुद्धि यज्ञ में प्रशासन ,राजनेता ,व्यापारी व अन्य नागरिकों की सद्बुद्धि के लिए भी आहुतियां दे रहा हूँ।*
*कोरोना काल में पैदा हुए मेयर धर्मेंद्र गहलोत के पौत्र को भी मैं उनके अवतरित होने पर बधाई देता हूँ। बड़े बुरे समय में उनका सुखद अवतरण हुआ है। ऐसे काल में जब बाहरी राज्यों से आने वालों तक को बिना पास आने की इजाज़त नहीं तब वीर शिरोमणि धर्मेंद्र गहलोत के बाहुबली पोते जी दूसरी दुनिया से बिना पास आने की हिम्मत दिखा गए।। मैं उनके सुखद और समृद्ध भविष्य की कामना करता हूँ। मैं यज्ञ में उनके लिए भी तहे दिल से आहुति देता हूँ।ईश्वर चिन्मयी जी को भी सद्बुद्धि दे कि वे भी गहलोत को बधाई दें।*
*अंत में अजमेर ज़िले के उन सभी मित्रों के लिए भी मैं सद्बुद्धि की कामना करता हूँ जो हर रोज़ मेरे ब्लॉग पढ़ते हैं और मेरी पीठ थपथपाते हैं।*
*सम्राट पृथ्वीराज की जय हो!! इलायची बाई की जय हो !! सब की जय हो!! अधर्म का नाश हो, धर्म की विजय हो।
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