For News (24x7) : 9829070307
RNI NO : RAJBIL/2013/50688
Visitors - 102189823
Horizon Hind facebook Horizon Hind Twitter Horizon Hind Youtube Horizon Hind Instagram Horizon Hind Linkedin
Breaking News
Ajmer Breaking News: अजमेर नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा अजमेर के कराए गए परिसीमन ओर सीमांकन के विरोध में उतरी कांग्रेस  |  Ajmer Breaking News: जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, अजमेर में पहली बार हुआ पैरों की नस का मिनिमली इनवेसिव बाईपास, |  Ajmer Breaking News: संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा और सामाजिक न्याय के लिए 9 अप्रैल को हो रहे राष्ट्रव्यापी जेलभरो एवं 1 जुलाई 2025 के भारत बंद को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन  |  Ajmer Breaking News: विधायक श्रीमती अनीता भदेल ने 2 करोड़ 94 लाख रुपए की लागत के नाला निर्माण कार्य का किया शुभारंभ |  Ajmer Breaking News: अटल जन सेवा शिविर आयोजित, 65 प्रकरण हुए निस्तारित |  Ajmer Breaking News: सोफिया कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ विदाई समारोह संपन्न |  Ajmer Breaking News: पक्षपातपूर्ण परिसीमन लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ-डॉ विकास चौधरी |  Ajmer Breaking News: देवांश ग्राम पंचायत में ही रखा जाए, रीछमाल गांव को, ग्रामीणों व  प्रशासक ने कलेक्टर के समक्ष जताई आपत्ति, मात्र 180 की आबादी वाला है ,यह गांव  |  Ajmer Breaking News: 8 अप्रैल को युवा कांग्रेस द्वारा बीजेपी पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा के नेता प्रतिपक्ष टिकाराम जूली के लिए विवादित टिप्पणी करने के विरोध में प्रदर्शन किया । |  Ajmer Breaking News: महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर एवं निर्भया ब्रावो अवॉर्ड समारोह 8 अप्रैल 2025 को संपन्न | 

क़लमकार: बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नहीं उड़ते।

Post Views 1211

July 13, 2019

बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नहीं उड़ते।"

बाज पक्षी जिसे हम ईगल या शाहीन भी कहते है। जिस उम्र में बाकी परिंदों के बच्चे चिचियाना सीखते है उस उम्र में एक मादा बाज अपने चूजे को पंजे में दबोच कर सबसे ऊंचा उड़ जाती है। पक्षियों की दुनिया में ऐसी Tough and tight training किसी भी ओर की नही होती।

मादा बाज अपने चूजे को लेकर लगभग 12 Kmt. ऊपर ले जाती है। जितने ऊपर अमूमन जहाज उड़ा करते हैं और वह दूरी तय करने में मादा बाज 7 से 9 मिनट का समय लेती है।

यहां से शुरू होती है उस नन्हें चूजे की कठिन परीक्षा। उसे अब यहां बताया जाएगा कि तू किस लिए पैदा हुआ है? तेरी दुनिया क्या है? तेरी ऊंचाई क्या है? तेरा धर्म बहुत ऊंचा है और फिर मादा बाज उसे अपने पंजों से छोड़ देती है।

धरती की ओर ऊपर से नीचे आते वक्त लगभग 2 Kmt. उस चूजे को आभास ही नहीं होता कि उसके साथ क्या हो रहा है। 7 Kmt. के अंतराल के आने के बाद उस चूजे के पंख जो कंजाइन से जकड़े होते है, वह खुलने लगते है।

लगभग 9 Kmt. आने के बाद उनके पंख पूरे खुल जाते है। यह जीवन का पहला दौर होता है जब बाज का बच्चा पंख फड़फड़ाता है।

अब धरती से वह लगभग 3000 मीटर दूर है लेकिन अभी वह उड़ना नहीं सीख पाया है। अब धरती के बिल्कुल करीब आता है जहां से वह देख सकता है उसके स्वामित्व को। अब उसकी दूरी धरती से महज 700/800 मीटर होती है लेकिन उसका पंख अभी इतना मजबूत नहीं हुआ है की वो उड़ सके।

धरती से लगभग 400/500 मीटर दूरी पर उसे अब लगता है कि उसके जीवन की शायद अंतिम यात्रा है। फिर अचानक से एक पंजा उसे आकर अपनी गिरफ्त मे लेता है और अपने पंखों के दरमियान समा लेता है। 

यह पंजा उसकी मां का होता है जो ठीक उसके उपर चिपक कर उड़ रही होती है। और उसकी यह ट्रेनिंग निरंतर चलती रहती है जब तक कि वह उड़ना नहीं सीख जाता।

यह ट्रेनिंग एक कमांडो की तरह होती है।. तब जाकर दुनिया को एक बाज़ मिलता है अपने से दस गुना अधिक वजनी प्राणी का भी शिकार करता है।

हिंदी में एक कहावत है... "बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नही उड़ते।"

बेशक अपने बच्चों को अपने से चिपका कर रखिए पर उसे दुनियां की मुश्किलों से रूबरू कराइए, उन्हें लड़ना सिखाइए। बिना आवश्यकता के भी संघर्ष करना सिखाइए।

वर्तमान समय की अनन्त सुख सुविधाओं की आदत व अभिवावकों के बेहिसाब लाड़ प्यार ने मिलकर, बच्चों को "ब्रायलर मुर्गे" जैसा बना दिया है जिसके पास मजबूत टंगड़ी तो है पर चल नही सकता। वजनदार पंख तो है पर उड़ नही सकता क्योंकि..

पंशद आए तो like ओर शेयर 

_"गमले के पौधे और जंगल के पौधे में बहुत फ़र्क होता है।

अज्ञात


© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved