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November 7, 2017
राजस्थान में अपनी 33 मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर गए सरकारी डॉक्टर मंगलवार को भी काम पर नहीं लौटे. डॉक्टरों की अनुपस्थिति में सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है. सरकार की ओर से अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों के लिए किए गए वैकल्पिक इंतजाम भी नाकाफी साबित हो रहे हैं.
प्रदेश कि सेवारत डॉक्टरों की 33 मांगें प्रदेश के 33 जिलों पर भारी पड़ रही हैं. डॉक्टरों की गैरहाजिरी के चलते सोमवार को ही दो लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ी और मौत हो गई. इनमें बांसवाड़ा की गर्भवती दुर्गा का गर्भस्थ बच्चा और भीलवाड़ा के शाहपुरा में 56 साल के माधू इलाज नहीं मिलने से नहीं बचाए जा सके.
2800 अस्पताल भगवान भरोसे
सेवारत डॉक्टरों के सामूहिक अवकाश या हड़ताल पर चले जाने से प्रदेशभर के करीब 2800 अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सा सेवाएं गड़बड़ा गई है. बड़े अस्पतालों में गंभीर ऑपरेशन टाले जा रहे हैं वहीं आउटडोर भी आयुष चिकित्सकों के भरोसे चल रही हैं.
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