Post Views 1221
October 9, 2017
सांप पकड़ना एक कला है। बड़े जिगरे का काम है। यह उसके लिए आनंद का काम है जो इसे पैशन के तौर पर अपना ले। जी हां, नाथद्वारा निवासी मोहित की उम्र 24 साल है और वह पिछले सात साल में 4009 सांप पकड़ चुका है। एक दिन पहले ही शनिवार को मोहित ने 15 सांप पकड़े। दूर-दराज के लोगों तक के पास मोहित का फोन नंबर हैं। सांप दिखते ही वे उसे फोन कर देते हैं। इतना हीं नहीं मोहित सांप को स्पर्श कर बता देता है कि वह गर्भवती है या नहीं। जानिए कैसे हुई सांप पकड़ने की शुरुआत ....
- मोहित के सांप पकड़ने की शुरुआत की कहानी दिलचस्प है। बात 2010 की है, मोहित 11 वीं क्लास में पढ़ता था। एक दिन क्लास रूम में सांप आ गया। सांप को देख बच्चे वहां से भाग छूटे। स्कूल में भगदड़ मच गई। पियोन को बुलाया गया। वह सांप को डंडे से उठा कर फेंकने का प्रयास कर रहा था। वहां खड़े मोहित को यह अच्छा नहीं लगा। उसे लगा कि सांप मर जाएगा। मोहित ने स्कूल स्टॉफ से बोला, मैं पकड़ लूंगा सांप को।
फिर मौत होने पर खुद को जिम्मेदार बताते हुए लिखा
- फिर मोहित ने एक कागज पर लिखा अगर सांप मुझे डस लेता है और इससे मेरी मौत हो जाती है तो इसके लिए कोई और नहीं बल्कि मैं ही जिम्मेदार होऊंगा। मोहित ने कागज पर अपना नाम और पता भी लिख दिया। मोहित ने आखिरकार उस सांप को पकड़ लिया और स्कूल ने राहत की सांस ली।
फिर शुरू हुआ सांप पकड़ने का सिलसिला
- स्कूल में सांप को पकड़ने के बाद मोहित की इसमें रुचि जग गई। उसने टीवी से सांप पकड़ने की ट्रेनिंग ली। घंटों डिस्कवरी चैनल देख सांप पकड़ना सीखा। मोहित आर्ट का स्टूडेंट था, लेकिन उसने जीव-जंतुओं के बारे में जानने के लिए जूलॉजी की किताबें पढ़ना शुरू किया।
अब मोहित सांप का उपचार भी कर देता है
- मोहित ने सांप के बारे में इतना जान लिया कि अब किसी को सांप डस ले तो वह उसका इलाज भी कर लेता है। मोहित के पास सांप पकड़ने का पूरा किट भी है जिसमें चश्मा, बैग, ग्लव्स आदि हैं, लेकिन वह इनका इस्तेमाल नहीं करता।
सैकड़ों सांपों की बचा चुका है जान
- मोहित केवल सांप पकड़ कर ही उन्हें नहीं बचाता बल्कि वह घायल सांपों का इलाज कर उनकी जान भी बचाता है। मोहित अभी तक 250 घायल सांपों का इलाज भी कर चुका है। ग्रामीण इलाकों में कई बार दरवाजों में दब जाने या घायल होने पर सांप पर चींटी हमला कर देती है। इससे सांप की जल्दी मौत हो जाती है। मोहित ऐसे सांपों को अपने घर ले आता है और उनका पूरा इलाज कर जंगल में छोड़ आता है। इतना ही नहीं वह दुकानों-घरों की आटा चक्की, दरवाजे, केलूपोश मकानों की छत, दीवार में खड्डों, चूहों द्वारा बना गए बिलों से सांप को निकाल लेता है।
सांप नागिन है तो गर्भवती है या नहीं बता देता है
- मोहित को सांप के बारे में इतना ज्ञान प्राप्त हो चुका है कि उसे स्पर्श कर बता देता है कि सांप नाग है या नागिन। इतना ही नहीं वह यह भी बता देता है कि नागिन गर्भवती है या नहीं।
सभी जानवरों से प्यार
- मोहित को केवल सांप ही नहीं सभी जानवरों से प्यार है। मोहित कहता है कि जब वह सांप के सामने आता है तो सांप से बिना बोले बात कर लेता है कि वह उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ देगा। इसके बाद सांप उस पर हमला नहीं करता। वहीं कोई और सांप के सामने आता है तो सांप उस पर हमला करता है। इसके अलावा घायल बंदर भी किसी को अपने पास नहीं आने देते, लेकिन मोहित के सामने आते ही उनका गुस्सा शांत हो जाता है। वह उसे कुछ नहीं कहते। एक बार तो मोहित पैंथर के सामने चला गया। पैंथर से आय कॉन्टैक्ट होते ही पैंथर चुपचाप वहां से चला गया।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved