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October 7, 2017
राजस्थान की थर्मल विद्युत उत्पादन इकाइयों में कोयले की जबरदस्त किल्लत चल रही है. हालात ऐसे हो गए हैं कि कई थर्मल यूनिटों के पास एक से दो दिन का कोयला बचा है. कहीं तो कोयला ही खत्म हो जाने से यूनिटों का बन्द कर दिया गया है.
इतना ही नहीं एनर्जी एक्सचैंज में खरीदने के लिए अलबत्ता बिजली नहीं है और जो है भी तो काफी मंहगी है, जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की जोरदार कटौती शुरू हो गई है.
वहीं जिला मुख्यालय समेत बड़े कस्बों में पॉवर कट करने का खाका तैयार किया गया जिसे, मुख्यमंत्री राजे से मंजूरी मिलने के साथ ही शहरों में भी पॉवर कट रविवार से शुरू हो जाएगा. स्थिति इतनी गम्भीर बताई जा रही है कि दीपावली पर ब्लैक आऊट ना हो इसके लिए पॉवर कट किया जा रहा है. कोयले के संकट को लेकर सीएम राजे भी गम्भीर हैं और ऊर्जा मंत्रालय और कोल मंत्रालय के सम्पर्क में हैं.
राष्ट्रीय स्तर पर कोयले की कमी से थर्मल पावर पर निर्भर राज्यों में बिजली आपूर्ति की स्थिति अत्यधिक प्रभावित हुई है. इस वजह से राजस्थान के थर्मल पावर स्टेशनों में विद्युत उत्पादन में जोरदार कमी आ गई है. वर्तमान में प्रदेश में कोयले की कमी की वजह से विद्युत उपलब्धता में लगभग 3000 मेगावाट यानि 720 लाख यूनिट प्रतिदिन की कमी हो गई है.
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