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September 30, 2017
राजस्थान के अजमेर और अलवर लोकसभा सीटों तथा मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हाेने हैं। अलवर सांसद महंत चांदनाथ और अजमेर सांसद सांवर लाल जाट के निधन से दोनों सीटें खाली हुई हैं। मंडलगढ़ से बीजेपी विधायक कीर्ति कुमारी का स्वाइन फ्लू से निधन हो गया था। ये उपचुनाव राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं है। जानिए क्या रहेंगे समीकरण ....
- राजस्थान में अगले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने को हैं। उससे पहले इन उपचुनावों को सेमिफाइनल के रूप में देखा जा रहा है। संभवतया इस साल के अंत में होने वाले इन उपचुनावों में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि इन उपचुनावों में जीतने वाले दलों को फाइनल की तैयारी के लिए नई ऊर्जा मिलेगी।
- जहां एक ओर सत्तारूढ़ भाजपा विकास तथा पीएम नरेंद्र मोदी के करिश्मे के बल पर जीत के प्रति आश्वस्त है वहीं कांग्रेस नोटबंदी के अर्थव्यवस्था पर असर, बेरोजगारी, जीएसटी, दलितों व अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार जैसे मुद्दों को उठाने की तैयारी में है। अलवर जिले में मेव मुस्लिम समुदाय के बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। एेसे में कांग्रेस अलवर में गोरक्षकों द्वारा पहलू खान की हत्या के मुद्दे को भुनाने की तैयारी में है।
- वहीं मोदी मैजिक के अलावा भाजपा अलवर में यादव समुदाय पर भरोसा कर रही है। उल्लेखनीय है कि अलवर जिले में बड़ी संख्या में यादव रहते हैं। इसके अलावा भाजपा हिंदू कार्ड भी खेल सकती है।
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