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September 29, 2017
आश्विन शुक्ल पक्ष महानवमी पर शुक्रवार को नवरात्रोत्थापन पर कन्या पूजन किया गया। जो लोग नौ नवरात्र करते हैं उन्होंने आज देवी स्वरूपा नौ कन्याओं का उनके चरण धोकर पूजन किया, उन्हें भोजन कराया और उन्हें दक्षिणा-भेंट अर्पित की। कुछ लोग अष्टमी पूजते हैं, वे अष्टमी के दिन कन्या पूजन करते हैं।
नवरात्र पर्व पर इन कन्याओं को नौ देवी का रूप मानकर इनका स्वागत किया जाता है और उन्हें घर बुलाकर भोजन कराने का विधान होता है। मान्यता है कि नवरात्र में कन्याओं काे भोज कराने से माँ दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख- समृधि का वरदान देती हैं।
भारत में कन्याओं को देवी रूप में पूजा जाता है। लेकिन कुछ तथाकथित संकुचित मानसिकता के लोग यह भूल जाते हैं। इनमें भी कई ऐसे लोग होते हैं जो नवरात्र में नौ दिन उपवास करते हैं। पूजा-जाप करते हैं। कन्या पूजन करते हैं। फिर भूल जाते हैं, जिन कन्याओं का पूजन किया, उनमें देवी को देखा। बाद में उन्हीं जैसी अन्य कन्याओं पर कुदृष्टि रखते हैं। ऐसे उपवास किसी काम के नहीं। सिर्फ नौ दिन ही मन की शुद्धता नहीं रखें, बल्कि मन को सदैव शुद्ध रखें।
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