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September 28, 2017
एक नाबालिग बालिका जो किसी की हवस का शिकार हुई और अब बिन ब्याही मां बनने का दोहरा दंश भी उसे झेलना पड़ रहा है. ये घटना उस तथाकथित सभ्य समाज का वो स्याह चेहरा है जो नैतिकता की बड़ी-बड़ी बातें करता है. सात महीने तक कोख में पालने के बाद बिना शादी के मां बनी चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के गांव कांगड़ की नाबालिग बालिका ने राजकीय डीबी अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया है. लोकलाज के डर से जन्म देने के तुरंत बाद वह नाबालिग, परिजनों के साथ बिना बताए ही मासूम को अस्पताल में लावारिस छोड़कर चली गई. डॉक्टरों ने नवजात को संभाला और उसे एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करवाया. एक किलो 590 ग्राम की नवजात स्वस्थ है, लेकिन उसको सांस लेने में परेशानी आ रही है.
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