Post Views 881
September 15, 2017
सिरसा डेरा सच्चा सौदा में 29 माह पहले गई लापता हुई महिला के मामले में कोर्ट ने पुलिस को फिर से जांच करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई करते हुए 25 अगस्त से प्रकाशित सभी मीडिया रिपोर्ट को रिकॉर्ड पर लिया। इसके बाद पुलिस को नए तथ्यों के आधार पर एक माह में फिर से रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। उल्लेखनीय है कि कमलेश कुमार ने एफआईआर में डेरा प्रमुख रामरहीम पर दुष्कर्म, मैंनेजिंग डायरेक्टर दत्ता व सेवादारों पर अपहरण के आरोप लगाए थे। पुलिस ने राम रहीम की जेड प्लस सिक्योरिटी की आड़ लेते हुए एफआर लगाकर दी थी। एक सप्ताह पहले गुड्डी के पति मनोहरपुरा कच्ची बस्ती निवासी कमलेश कुमार और दो गवाह न्यायालय में उपस्थित हुए थे। उनकी ओर से अधिवक्ता बाबूलाल बैरवा ने एक प्रार्थना पत्र पेश किया था। जिसमें कोर्ट से अनुरोध किया गया कि परिस्थितियां बदल चुकी हैं।ऐसे में कोर्ट मामले पर जल्द सुनवाई करते हुए निर्णय पारित करे। साथ ही संभावना जताई कि यदि गुड्डी जीवित है तो डेरा में चल रहे तलाशी अभियान में वह मिल सकती है। इसके विपरीत यदि गुड्डी की हत्या होने की आशंका सच साबित हो तो वहां मिले कंकालों की डीएनए टेस्ट से गुड्डी के कंकाल का पता लग जाएगा। जिसका परिजन सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार कर सकेंगे। साथ ही 25 अगस्त के बाद से आज तक समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों के सेकेंड्री एविडेंस मानते हुए रिकॉर्ड पर लेने का अनुरोध किया गया। न्यायाधीश ने मामले प्रार्थना को फाइल पर लेने के बाद सुनवाई 7 दिन के लिए टाल दी थी। एसीएमएम संख्या 7 की लिंक कोर्ट में गुरुवार को आदेश दिया कि पुलिस ने पहले सही जांच नहीं की। जांच अधिकारी ने काफी सतही तौर पर जांच कर एफआर लगाई है।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved