Post Views 831
September 15, 2017
प्रदेश में रोजगार विभाग बेरोजगारी को दूर करने में नाकाम साबित हो रहा है। 4 साल में इस विभाग में 4 लाख से अधिक बेरोजगार पंजीयन कराने पहुंचे। इनमें से रोजगार विभाग के जरिए केवल 765 बेरोजगारों को ही नौकरी पर लगाया जा सका है। प्रदेश के आधे जिले तो ऐसे हैं जहां चार सालों में एक भी बेरोजगार को रोजगार नहीं मिल सका है। जिनको रोजगार दिया गया है, उनमें भी आधे से अधिक बेरोजगार तो केवल अलवर, अजमेर और जोधपुर के हैं। हैरानी की बात यह है कि इन चार सालों में रोजगार कार्यालयों पर सरकार 349 करोड रुपए खर्च कर चुकी है। ऐसे में इन कार्यालयों की उपयोगिता पर ही सवाल खड़ा हो रहा है। इस कार्यालय में कार्यरत अधिकारी- कर्मचारियों का लंबा-चौड़ा लवाजमा केवल बेरोजगारी भत्ता देने के काम में जुटा है। पिछले चार साल में 89 हजार से अधिक बेरोजगारों को भत्ता दिया जा चुका है। विभाग के हर जिलें में जिला रोजगार केंद्र हैं, इनके माध्यम से ही साढ़े तीन सालों में 4 लाख से अधिक बेरोजगारों ने पंजीयन कराया।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved