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August 13, 2017
आगामी पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान धरती के आयनमंडल यानी आयनोस्फेयर के अध्ययन की तैयारी पूरी कर ली है. 21 अगस्त को चंद्रमा सूर्य के सामने होगा और वह भी थोड़े लंबे समय के लिए जिससे अमेरिका में थोड़ी देर के लिए दिन धुंधली रात में तब्दील हो जाएगा. चंद्रमा की छाया सूर्य की रोशनी को रोक देगी और अगर मौसम साफ रहा तो लोग सूर्य के बाहरी परिमंडल को देख पाएंगे जिसे कोरोना कहा जाता है.हालांकि पूर्ण सूर्य ग्रहण के कुछ अति सूक्ष्म या नजर नहीं आने वाले प्रभाव भी होंगे जैसे कि सूर्य से आने वाले अल्ट्रावायलेट रेडिएशन में जबरदस्त गिरावट. आपको बता दें कि इसी अल्ट्रावायलेट रेडिएशन की भी पृथ्वी के वायुमंडल की आयोनाइज्ड सतह बनती है जिसे आयनमंडल कहा जाता है. वायुमंडल का यह क्षेत्र सूर्य की स्थितियों के अनुसार फैलता और सिकुड़ता रहता है और वैज्ञानिक ग्रहण को रेडीमेड एक्सपेरिमेंट की तरह इस्तेमाल करेंगे
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