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July 24, 2017
स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोल रहे हैं सिलावट मोहल्ले के हालात। न नेता और ही प्रशासनिक अधिकारी लेते हैं इस क्षेत्र की सुध। बुरे हालातें से लोगों में खासा रोष।
सिटी रिपोर्ट। अजमेर
यूं तो अजमेर शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया जा रहा है और विभिन्न क्षेत्रों में करोड़ों रुपए खर्च कर विकास का दावा भी किया जा रहा है। लेकिन कई क्षेत्रों के हालात विकास के इन दावों की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। शहर में ऐसे कई क्षेत्र जहां की सुध लेने के लिए न कभी कोई नेता पहुंचे और न ही कभी प्रशासनिक अधिकारियों को फुर्सत मिली। जिसके चलते इन क्षेत्रों के लोगों का जीवन जीना दुर्भर हो गया है। यहां के लोग विकास के थोथे दावों के बीच नरकीय जीवन जी रहे हैं। स्मार्ट सिटी की चर्चा के बीच सिलावट मोहल्ले के हालात चीख चीख कर नेताओं और अधिकारियों से सवाल कर रहे हैं। यदि सरकार और प्रशासन संवेदनशील है तो फिर सिलावट मोहल्ले के लोग ऐसी जिंदगी जीने को क्यूं मजबूर हैं। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि पार्षद भी पूरी तरह असंवेदनशील बना हुआ है। कई सालों से अपने आशियाने बनाकर रहने वाले इस क्षेत्र के लोगों कहना है कि आखिर अब जाएं तो जाएं कहां । एक और स्मार्ट सिटी की गाथा है तो वहीं सिलावट मोहल्ले के क्षेत्रवासी उस विकास को आईना दिखा रहे हैं। सुनिए उनकी परेशानी उन्हीं की जुबानी।
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