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July 7, 2017
अजमेर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि युवा देश सेवा के भाव को जीवन में आत्मसात कर आगे बढें। मन में यह भाव होना चाहिए कि हम देश को क्या दे रहे हैं? भारत हर दृष्टि से विश्व का सबसे महान देश है। हमें अपने देश पर गर्व होना चाहिए। युवा देश की सर्वाधिक अहम कडी है। यह शक्ति राष्ट्र गौरव को विश्व भर में प्रसारित और प्रचारित करे।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने आज तबीजी स्थित राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र में नेहरू युवा केन्द्र द्वारा आयोजित १५ दिवसीय राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक अधिष्ठापन प्रशिक्षिण शिविर का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढने और सफलता हासिल करने के लिए सर्वाधिक आवश्यक है सकारात्मक सोच। हम चाहे जिस भी क्षेत्र में हों हमें कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य खोए बिना सकारात्मक सोच के साथ आगे बढना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बडा लोकतांत्रिक देश है। इसके अलावा हम विश्व की सबसे प्राचीन, सुसभ्य, शिक्षित एवं सुसंस्कृत सभ्यता हैं। हमारा राष्ट्र दुनिया का एक मात्र ऐसा देश है जिसने विश्व को हर क्षेत्र में ज्ञान दिया है। विज्ञान का क्षेत्र हो, साहित्य, गणित, शिल्प या अन्य कोई क्षेत्र। हमारे प्राचीन विद्वानों और मनीषियों ने जो उपलब्धियां हासिल की, आज पूरा विश्व उन्हीं के बताए रास्ते पर चलता है।
देवनानी ने युवाओं का आह्वान किया कि वे चरक, आर्यभट्ट और चाणक्य सहित हमारे प्राचीन विद्वानों की जानकारी हासिल करें और समूचे विश्व को उनकी देन से अवगत कराएं। किसी भी राष्ट्र को सशक्त बनाने और आगे ब$ढाने के लिए आवश्यक है कि उसके युवा राष्ट्र गौरव की भावना से ओतप्रोत हो। युवाओं के लिए यह जानना आवश्यक है कि हमारा भारत महान क्यों है। हम महान इसलिए हैं क्योंकि हमने विश्व को हर क्षेत्र में नेतृत्व और दिशा प्रदान की है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. गोपाल लाल ने कहा कि युवा कृषि के क्षेत्र में भी नए अनुसंधानों को जानें। उन्होंने केन्द्र द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां मसालों की खेती और उन्नत तकनीक के सहारे आर्थिक स्वावलम्बन प्राप्त किया जा सकता है।
नेहरू युवा केन्द्र के समन्वयक राजेन्द्र सिंह कसाना ने केन्द्र द्वारा संचालित गतिविधियों एवं शिविर में १५ दिन तक सम्पादित किए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वेदप्रकाश मलूका ने किया। इस अवसर पर नरेश निगम एवं शंकर सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।
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