For News (24x7) : 9829070307
RNI NO : RAJBIL/2013/50688
Visitors - 115000236
Horizon Hind facebook Horizon Hind Twitter Horizon Hind Youtube Horizon Hind Instagram Horizon Hind Linkedin
Breaking News
Ajmer Breaking News: मुख्यमंत्री ने लखपति दीदीयों से विडियों कॉन्फ्रेस के माध्यम से किया संवाद, लखपति दीदीयों को किए टेबलेट वितरित |  Ajmer Breaking News: रावत समाज की एकता, प्रतिभा और संस्कारों का सशक्त मंच बना पुष्कर |  Ajmer Breaking News: विश्व ध्यान दिवस पर अजमेर में ध्यान प्रशिक्षण कार्यक्रम, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने किया शुभारंभ,जल संसाधन मंत्री रावत ने कहा— ध्यान से स्वस्थ, संतुलित और सकारात्मक समाज का निर्माण संभव |  Ajmer Breaking News: सर्किट हाउस अजमेर में जल संसाधन मंत्री एवं पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत ने की जनसुनवाई |  Ajmer Breaking News: विकसित राजस्थान के संकल्प को सशक्त समर्थन -जिला स्तरीय रन फॉर विकसित राजस्थान–2025 को जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने दिखाई हरी झंडी |  Ajmer Breaking News: आदर्श नगर थाना अंतर्गत 7 दिसंबर की रात हुई चोरी की रिपोर्ट पुलिस ने 20 दिसंबर को की दर्ज, |  Ajmer Breaking News: धन धन श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 27 दिसंबर को मनाए जाने वाले पावन प्रकाश पर्व से पूर्व अजमेर में गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा से निकली नगर कीर्तन शोभायात्रा, |  Ajmer Breaking News: अजमेर में चल रहे हैं उर्स के मध्य नजर अजमेर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी जीआरपी, आरपीएफ सहित सीआईडी और खुफिया एजेंसियां लगातार चला रही है सर्च अभियान  |  Ajmer Breaking News: सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के लघु अंश के दर्शन को उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ |  Ajmer Breaking News: रविवार तड़के जन्नती दरवाजा खोल दिया गया। सालभर में जन्नती दरवाजा चार बार खोला जाता है, लेकिन उर्स में सबसे ज्यादा 6 दिन के लिए खुलता है। | 

उदयपुर न्यूज़: अरावली की नई परिभाषा के विरोध में उदयपुर में उबाल, कांग्रेस नेता बोले- मानव जीवन पर खतरा

Post Views 71

December 20, 2025

90% पहाड़ियां संरक्षण के दायरे से बाहर होंगी

सुप्रीम कोर्ट की ओर से अरावली पहाड़ियों की नई परिभाषा को मंजूरी दिए जाने के बाद मेवाड़ में नाराजगी बढ़ती जा रही है। कांग्रेस पर्यावरण संरक्षण प्रकोष्ठ के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उदयपुर कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि नए मानक के तहत केवल आसपास की जमीन से 100 मीटर या उससे अधिक ऊंची भू-आकृति को ही अरावली माना जाएगा। इससे अरावली की 90 प्रतिशत से अधिक पहाड़ियां संरक्षण के दायरे से बाहर हो जाएंगी और खनन, रियल एस्टेट और निर्माण गतिविधियों को खुली छूट मिल जाएगी।
धरने में नेताओं ने चेताया कि अरावली रेगिस्तान की रेत को रोकने वाली प्राकृतिक दीवार है। इसके कमजोर होने से धूल, प्रदूषण और सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि होगी। इसका सीधा असर पर्यावरण और मानव जीवन पर पड़ेगा। इस मौके पर शहर जिलाध्यक्ष फतेह सिंह राठौड़, प्रदेश सचिव दिनेश श्रीमाली, अजय सिंह, धर्मेंद्र राजोरा, गौरव प्रताप सिंह और पर्यावरण प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष प्रतीक नागर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। पूर्व टीएसी सदस्य लक्ष्मी नारायण पंड्या ने भी गहरी चिंता जताई। उनका कहना है कि अरावली कोई पत्थरों की ढेरी नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र की जीवन रेखा है। यदि इसे नुकसान पहुंचाने की अनुमति दी गई, तो इसका सीधा असर पर्यावरण, प्राकृतिक आपदाओं और मानव जीवन पर पड़ेगा। अरावली पर्वतमाला दक्षिण राजस्थान के 15 जिलों में जलवायु संतुलन और प्राकृतिक सुरक्षा बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती रही है।


© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved