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December 19, 2025
अजमेर। जिला न्यायालय के बाहर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर शुक्रवार को स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई। नए कोर्ट भवन के बाहर सड़क पार करते समय बार-बार हो रही दुर्घटनाओं से नाराज अधिवक्ताओं ने जयपुर रोड पर दोनों ओर जाम लगा दिया। इसी दौरान पुलिस की मौजूदगी में वकीलों ने पीडब्ल्यूडी अधिकारी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिससे अफरा-तफरी मच गई। अधिकारी को घायल स्थिति में पुलिस ने भीड़ से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।जानकारी के अनुसार, सुबह कोर्ट परिसर के बाहर एक वकील के ऊपर वाहन चढ़ जाने के बाद अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र ओझा के नेतृत्व में वकीलों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामला बढ़ने पर सिविल लाइंस थाना पुलिस, वरिष्ठ अधिकारी और पीडब्ल्यूडी कर्मचारी मौके पर पहुंचे। बातचीत के लिए बुलाए गए पीडब्ल्यूडी अधिकारी विपिन जिंदल के साथ अधिवक्ताओं की कहासुनी हो गई, जो बाद में मारपीट में बदल गई। वकीलों ने उन्हें सड़क पर दौड़ाया और हाथापाई की, जिसके बाद पुलिस ने अधिकारी को मुश्किल से बचाया।
जाम करीब ढाई घंटे चला। अधिवक्ताओं की मांग थी कि नए कोर्ट भवन के बाहर तुरंत स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं, क्योंकि रोजाना हजारों वकील और पक्षकार सड़क पार करते समय खतरे का सामना करते हैं। कई दुर्घटनाओं के बाद भी कार्रवाई न होने के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया। बार एसोसिएशन के सचिव रूपेंद्र परिहार ने कहा कि दो घंटे के अंदर स्पीड ब्रेकर बनाने का आश्वासन मिलने के बाद ही जाम खोला गया।
मारपीट को लेकर दो विरोधाभासी बयान सामने आए हैं। जिला बार एसोसिएशन का कहना है कि वकीलों ने अधिकारी को नहीं पीटा, बल्कि अधिकारी ने बार अध्यक्ष से अभद्र भाषा में बात की, जिसके बाद पुलिस उन्हें ले जाने लगी, उसी दौरान भ्रम हुआ कि मारपीट हुई। हालांकि पीड़ित अधिकारी विपिन जिंदल ने स्पष्ट कहा कि कई वकीलों ने उनके साथ बदसलूकी और हाथापाई की और पुलिस ने उन्हें भीड़ से बचाकर निकाला।
घटना के बाद पीडब्ल्यूडी अधिकारी-कर्मचारी और ठेकेदार लामबंद हो गए। सभी ने रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे कल से कार्य बहिष्कार करेंगे।
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