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December 16, 2025
अजमेर के पहाड़ गंज में रहने वाले परिवार को इंडियन एंबेसी और एयर लाइंस की लापरवाही की वजह से आर्थिक ओर मानसिक हानि उठानी पड़ी।
यह परिवार दिल्ली से सऊदी अरब के दम्माम एयरपोर्ट पर पहुंचा वहां जाकर पता चला कि उनका वीजा फर्जी है। इस दौरान दम्माम एयरपोर्ट प्रशासन ने परिवार के तीन लोगों को 24 घंटे कस्टडी में रख लिया। बाद में उन्हें रिटर्न टिकट करवा कर भारत भेज दिया। अजमेर के पहाड़गंज निवासी काजल पुत्री भीमराज खत्री ने मीडिया को बताया कि 12 दिसंबर को वे अपनी मां सरोज और बहन वर्षा के साथ फैमिली टूर पर एयर इंडिया एयरलाइंस से दिल्ली एयरपोर्ट से दम्माम पहुंचे एयरपोर्ट पर सभी जांचे की गई तीनों के पास पासपोर्ट और कन्फर्म एयर टिकट के साथ अरबी भाषा में लिखा एक लेटर भी था।
काजल ने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर सभी फार्मेलिटी पूरी करने के बाद उन्हें बोर्डिंग पास जारी कर उन्हें इंटरनेशनल फ्लाइट में बैठा दिया गया। जब दम्माम एयरपोर्ट पर लैंड हुए तो वहां इमिग्रेशन चेकिंग के दौरान उन्हें एयरपोर्ट प्रशासन ने फर्जी वीज़ा बताकर उन्हें पुलिस कस्टडी में दे दिया बाद में उनसे सारे डॉक्यूमेंट लिए गए। 24 घंटे बाद उन्हें कस्टडी में रखने के बाद वापस रिटर्न टिकट करवा कर भारत भेज दिया गया। काजल ने आरोप लगाया कि एंबेसी और एयरलाइन की लापरवाही और इमिग्रेशन चेकिंग में गंभीर चूक होने के कारण उन्हें प्रताड़ित होना पड़ा। साथ ही आर्थिक ओर मानसिक नुकसान झेलना पड़ा वो अलग।
काजल ने बताया कि उसके पिता भीमराज खत्री करीब 25 साल से सऊदी अरब में नौकरी कर रहे हैं। वे फैमिली टूर पर बहन और मां के साथ उनके पास ही गए थे।
पिता भीम राज ने ही ट्रेड एंड ट्रैवल एजेंसी से वीजा के लिए अप्लाई किया था। 15 अक्टूबर को दिल्ली जाकर वीजा के लिए अपॉइंटमेंट लिया था। इसके लिए उन्होंने तीन वीजा का 70 हजार रुपए रुपए का पेमेंट भी किया। काजल ने बताया कि वे इससे पहले भी दो बार वीजा अप्लाई करके दम्माम जा चुके हैं लेकिन पहली बार उन्हें वीजा फर्जी बता कर वापस भेज दिया गया।
काजल अपनी मां और बहन के साथ मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंची और एसपी वंदिता राणा के नाम ज्ञापन देकर वीजा की जांच करवाने और धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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