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November 1, 2025
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में विदेशी पर्यटकों का उत्साह चरम पर, कबड्डी और अश्व नृत्य ने जीता दिल
तीर्थराज पुष्कर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2025 का रंग अब पूरे शबाब पर है। मेले के दूसरे दिन जहां परंपरा और आधुनिकता का अनोखा संगम देखने को मिला, वहीं विदेशी पर्यटकों का उत्साह मेले की शान बन गया।
शनिवार को मेला मैदान में विदेशी मेहमानों और स्थानीय युवाओं के बीच कबड्डी प्रतियोगिता का रोमांचक मुकाबला आयोजित किया गया। दोनों टीमों में 12-12 खिलाड़ी उतरे, जिनमें जोश और ऊर्जा का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला। खेल के अंत में भारतीय टीम ने विदेशी टीम को 17-25 के अंतर से पराजित कर जीत अपने
नाम की। खेल समाप्त होने के बाद विजेता और प्रतिभागी विदेशी खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। विदेशी पर्यटकों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पुष्कर मेला भारत की संस्कृति, लोक कला और परंपराओं का जीवंत उत्सव है। उन्होंने कहा कि यह अनुभव इतना अद्भुत रहा कि वे फिर से भारत आने का मन बनाकर जा रहे हैं।
खेल प्रतियोगिता के बाद मेला मैदान में हुआ अश्व नृत्य प्रदर्शन कार्यक्रम दिन का मुख्य आकर्षण बना। ढोल-नगाड़ों की थाप पर सजे-धजे घोड़े जब ठुमके लगाते नजर आए तो दर्शकों में उत्साह की लहर दौड़ गई। विदेशी पर्यटक तपती धूप और उड़ती धूल के बीच भी मैदान में डटे रहे और इस पारंपरिक प्रदर्शन का आनंद लिया। विभिन्न जिलों से आए घोड़सवारों ने अपने घोड़ों को नृत्य की ताल पर ऐसा नचाया कि पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा।प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ नृत्य प्रस्तुत करने वाले घोड़सवारों को प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। आयोजकों का कहना है कि इस बार मेला न केवल धार्मिक आस्था बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान का भी जीवंत प्रतीक बन रहा है। पुष्कर की धरती एक बार फिर देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है।
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