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September 22, 2017
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट आरयूआईडीपी के नए टेंडर्स पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं. इसके पीछे (आरयूआईडीपी) के कामकाज से जनता और सीएम दोनों की नाराजगी और नाखुशी से जोड़कर देखा जा रहा है. राज्य के विभिन्न नगरीय निकायों में चल रहे सीवरेज कार्यों को लेकर लगातार सरकार को शिकायतें मिल रही हैं. वहीं हाल ही में बूंदी के दौरे पर सीएम राजे को भी कई अनियमितताएं देखने को मिली थी. इसके बाद से आरयूआईडीपी में हड़कंप मचा हुआ है. जानकारी के अनुसार राज्य में सीवरेज और पेयजल की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के उद्देश से राज्य सरकार द्वारा आरयूआईडीपी का गठन किया गया था. राज्य सरकार, एशियन डेवलपमेंट बैंक एडीबी और केंद्र के सहयोग से राज्य के नगरीय निकायों में तीन विभिन्न चरणों में करोड़ों रुपए की लागत से कार्य शुरू किए गए थे. लेकिन राज्य में कहीं से भी आरयूआईडीपी का कार्य संतोषप्रद नहीं पाया गया. इसको लेकर लगातार राज्य सरकार को शिकायतें मिल रहीं थीं. जिसके बाद राजे ने आरयूआईडीपी की मॉनिटरिंग कर रहे एलएसजी के प्रमुख सचिव मंजीत सिंह को लताड़ लगाई और आरयूआईडीपी के प्रीतम बी यशंवत को भी फटकारा.
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