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July 12, 2017
अजमेर। दलित अधिकार केंद्र अजमेर में दलित महिला मंच राजस्थान के संयुक्त तत्वाधान में दलित कार्यकर्ता क्षमतावर्धन बैठक बुधवार को सरिस्का संगठन, टी.टी कॉलेज के मीर शाह अली कॉलोनी के पास साफिया स्कुल अजमेर में आयोजित की गई।
बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में दलित अधिकार केंद्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. एल.मीमरोठ ने अपने विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दलित कार्यकर्ताओं को कानूनी जानकारी प्रदान करना ताकि वो अपने क्षेत्र में जाकर दलितों पर होने वाले अत्याचार, महिला उत्पीडन पर पैरवी कर सकें। पुलिस-प्रशासन व उच्च स्तर पर मामले को उठा सकें। दलित अधिकार केंद्र राज्य समन्वयक चन्दालाल बैरवा ने कहा कि कार्यकर्ता समाज की रीढ की हड्डी होता है, जो पीडित व्यक्तियों को न्याय व दिशा देने का काम करता है। बैठक में कार्यकर्ता प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाने, जांच के दौरान ध्यान रखने योग्य बातों पर प्रकाश डाला। दलित महिला मंच की राज्य सम्यक पूजा सिंह ने कहा कि दलित महिला मंच के माध्यम से हम दलित महिलाओं को न्याय दिलाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। दलित महिलाये आये दिन अत्याचार उत्पीडन की शिकार होती है। दलित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत है। अजमेर कार्यवाहक जिला समन्वयक इंदिरा सोलंकी ने कहा कि केंद्र के प्रयास से अजमेर जिले में दलितों पर होने वाले अत्याचारों में काफी कमी आई है। पुलिस प्रशासन संवेदनशील हुआ है। बैठक में एडवोकेट मनोज जाजोरिया ने एसी एसटी एक्ट पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह एक्ट दुनिया का रुबरु अच्छा कानून है। नये संशोधन मे इसको ओर अधिक व्यापक बना दिया है।
कार्यकारणी का गठन - बैठक के दौरान कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें कैलाश चिडिवाल को पीसांगन ब्लॉक समन्वयक, श्याम लाल बैरवा केकडी ब्लॉक(शहर), महावीर प्रसाद बैरवा केकडी ब्लॉक( ग्रामीण), गोपाल लाल बैरवा सरवाड ब्लॉक, तेज प्रकाश बैरवा, किशनगढ ब्लॉक, किशन लाल सुवासिया पुष्कर ब्लॉक, मन्जु देवी कुर्डिया ब्यावर ब्लॉक का समन्वयक नियुक्त किया गया।
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