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June 24, 2017
जयपुर । राज्य सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने कहा है कि जिन गांवों में शहीद की मूर्तियां लगी हैं, उस गांव में बारात दुल्हन को ब्याह कर लौटे तो नवविवाहित जोड़े को शहीद की मूर्ति के आगे धोक लगवाएं। उन्होंने कहा कि शहीद किसी एक परिवार, जाति और धर्म का नहीं होता, बल्कि वह देश की सवासौ करोड़ जनता की धरोहर है। हमें उनके मान ओर सम्मान में किसी तरह की कमी नहीं रखनी चाहिए। बाजौर शहीद सम्मान यात्रा के दूसरे चरण के पांचवे दिन जिले की सूरजगढ़, झुंझुंनू एवं बुहाना पंचायत समिति के 19 गांव के 28 शहीदों के आश्रितों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में ग्रामीणों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आने वाला समय ऎसा होगा जिसमें हमें शहीद को देवता के रूप में मानना ही होगा। उन्होंने कहा कि वे गांव भाग्यशाली हैं, जिनके लाड़ले ने देश के लिए बलिदान देकर गांव और जिले का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि शहीद और देवता 36 कौम के होते हैं, हमें चाहिए कि उनके मूर्ति स्थलों पर पूजा-पाठ के अलावा जात-जडूले और सवामणी के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं। उन्होंने बताया कि देश में झुंझुंनू ऎसा जिला है, जिसने सेना में भागीदारी और बलिदान देने में देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त बाजौर ने शहीदों के परिजनों को आश्वासन दिया कि शहीदों की मूर्तियां लगवाने के साथ-साथ जल्द ही उनके गांव के विद्यालयों का नाम शहीद के नाम करने तथा गांव की पेयजल की समस्याओं का समाधान करवाने के प्रयास किए जाएंगे। कुलोठ कलां के शहीद सम्मान समारोह का संचालन जिला परिषद् सदस्य रामावतार धोलियां ने किया।
कार्यक्रमों के दौरान सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के सदस्य कर्नल जगदेव सिंह, चिडावा के सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल एमएस राठौड, कमाण्डर अम्मीलाल कृष्णियां, सूरजगढ़ के प्रधान सुभाष पूनियां, शिक्षाविद् सुरेन्द्र अहलावत, विनोद कुमार झाझडिया, शहीद के पिता सावलराम यादव, जिला परिषद् सदस्य सोमवीर लाम्बा, महिपाल नूनियां, सरपंच एवं पूर्व सरपंच तथा बडी संख्या में ग्रामीण एवं महिला-पुरूष उपस्थित थे।
शहीदों की मूर्तियों पर माल्यार्पण, वीरांगनाओं का सम्मान
राज्य मंत्री प्रेम सिंह बाजौर ने शहादत देने वाले 28 जवानों में से लाखू के डिप्टी कमाण्डेट सत्यवान सिंह, लोटिया के शहीद अमर सिंह, कुलोठ कलां के शहीद जैस्साराम एवं सूरजगढ़ के शहीद राजकुमार की मूर्तियों पर माल्यार्पण करने के बाद लाखू में शहीद वीरांगना राजबाला और उनके भाई सेवानिवृत कमाण्डेट सुमेर सिंह का सम्मान किया, वहीं लोटिया, कुलोठ कलां और सूरजगढ़ में शहीदों की वीरांगनाओं का सम्मान किया गया। बाजौर ने यात्रा के दौरान ख्यालियों की ढाणी के शहीद शीशराम, काकोडा के दरीया सिंह, मंदरूप सिंह व गजराज सिंह, फतेहपुरा के हजारी िंसंह, जाखोद के मुंशी सिंह, राजवीरपुरा के ईश्वर सिंह, रणवीरपुरा (महपालवास) के शोभा चन्द्र, बलोदा के धर्मपाल सिंह, उरीका के हरीसिंह, होशियार सिंह व जुगलाल, चूना का बास के ताराचन्द, कुलोठ कलां के बजरंग लाल, जयचंद, जयनारायण व रामदेवा राम, कुलोठ खुर्द के बनवारी लाल, रामचन्द्र, भावठडी के भागीरथ सिंह, माडूराम की ढाणी के राजेन्द्र सिंह, पिलोद के भंवर सिंह, जोसियाें की ढाणी के शहीद मदनसिंह की वीरांगनाओं एवं परिजनों को सम्मान किया। बाजौर ने शनिवार को सबसे पहले बगड़ के शहीद प्रशांत बूंदेला की मूर्ति पर माला चढ़ाकर शहीद के दादा महावीर प्रसाद का शॉल ओढाकर सम्मान किया। इस अवसर पर उप जिला प्रमुख बनवारीलाल सैनी, नगर पालिका चैयरमेन सुशीला बूंदेला, पूर्व चैयरमेन विक्रम सिंह शेखावत सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
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