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June 24, 2017
जयपुर । शहीदों की शहादत के बाद उनकी मूर्तिया लगवाने का जो बीडा राज्य सैनिक कल्याण सहलाकार समिति के अध्यक्ष श्री प्रेम सिंह बाजौर ने उठाया है, वह पूरे देश में एक अनूठी पहल है। राज्य में एक हजार से अधिक ऎसे शहीद है, जिनकी मूर्तियां आज भी उनके गांवों में नहीं लगी। बाजौर झुन्झुनू जिले में दूसरे चरण की शहीद सम्मान यात्रा के चौथे दिन चिड़ावा और सूरजढ़ पंचायत समिति के 11 गांवों के 21 शहीदों के सम्मान में आयोजित सम्मान समारोह कार्यक्रमों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने झुन्झुनू जिले मेें शहीद सम्मान यात्रा के चौथे दिन के कार्यक्रमों में चिड़ावा प्रधान कैलाश मेघवाल, प्रधान सुभाष पूनियां, जिला परिषद् सदस्य सरजीत चौधरी, शिक्षाविद्व सुरेन्द्र अहलावत, समाजसेवी विनोद कुमार झाझडिया, विश्म्भर कुमार पूनियां, रणवीर थालौर, कैप्टन विधाधर सिंह, विजयपाल भाटीवाड आदि ने भी इन कार्यक्रमों में शहीदों की शहादत का परिचय देते हुए श्री बाजौर द्वारा इस तरह की अनूठी पहल को सराहनीय कार्य बताया। झुन्झुनू जिले के गिडानियां गांव मे शहीद जाकिर अली की वीरागना परबीन बानो ने अपनी स्नातकोतर तक पढी लिखी बेटी रूक्सर बानो को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग की, तो बाजौर ने उन्हें विश्वास दिलवाया कि आप बेटी का बायोडाटा उपलब्ध करवाए, ताकि उसे राजकीय नौकरी दिलवा सकें। हीरवा के ग्राम सरपंच राकेश कुमार ने बाजौर से गांव के सीनियर सैकेण्डरी का नामकरण शहीद के नाम करने और सावर्जनिक स्थान पर पार्क को विकसित करवाने की मांग भी की। शुक्रवार के कार्यक्रमों में झांझोत में राजेश कुमार, हीरवा में सुमेर सिंह तंवर, किढवाना में मनीराम एवं हनीफ खान की मूर्तियों पर माला चढ़ाकर शहीद के आश्रितों का सम्मानित किया वहीं किठाणा में मातूराम, भगवंत सिंह, मोहर सिंह, बिरजू राम, प्रताप सिंह, अमरपुरा में रामेश्वर, खुडोत में महावीर सिंह, बामनवास में फैज मोहम्मद खान, पिचानवां में सहीराम, डांगर में महावीर सिंह, गिडानियां में हरलाल राम व जाकिर अली, हीरवा में शहीद मोहम्बत िंसंह शेखावत किढवाना में मनीराम, देवकरण सिंह, हनिफ खान, चन्द्रभान एवं इन्तजार अली और सालम का बास में शहीद हरिसिंह की वीरांगनाओं एवं परिजनों को सम्मानित किया।
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