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June 22, 2017
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह चुके हैं कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनका समर्थन भाजपा की ओर से प्रस्तावित रामनाथ कोविंद को है. वजह यह है कि वो बिहार के राज्यपाल हैं और दलित हैं. अगर कोविंद जीतते हैं तो उत्तर भारत से पहली बार एक दलित राष्ट्रपति बनेगा. नीतीश इसी तर्क के आधार पर गुरुवार को विपक्षी दलों की बैठक में भी शामिल नहीं हुए.
लेकिन संख्या में कमज़ोर विपक्ष एक मज़बूत दांव खेल चुका है. कांग्रेस की नेता और लोकसभा की अध्यक्ष रहीं मीरा कुमार को विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. इसके साथ ही अब राष्ट्रपति पद के चुनाव में दोनों नाम दलितों के हो गए हैं. और इसीलिए दलित को समर्थन का तर्क अब किसी एक के पाले का तुरुप नहीं रह गया है.
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