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June 17, 2017
रिपोर्टर- आप अपने घर के बाहर गाड़ी खड़ी करते हैं तो संभल जाएं। बहुत जल्द घर के बाहर गाड़ी पार्क करने पर जुर्माना लगेगा। दिल्ली सरकार की नई ड्राफ्ट पॉलिसी में ऐसे प्रावधान किए गए हैं। जुर्माना लगाने का अधिकार नगर निगम यानी स्थानीय निकाय के पास होगा। नियम तोड़ने पर 2000 रुपये तक का जुर्माना लगेगा।
इस व्यवस्था के लिए एनजीटी के आदेशों को आधार बनाया गया है। ए श्रेणी की कॉलोनियों से इस व्यवस्था को शुरू करने की तैयारी है। दिल्ली में पार्किग की व्यवस्था सीधे स्थानीय निकायों के पास है। नए प्रावधान से स्थानीय निकाय अधिक शक्तिशाली बनेंगे। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए नई पॉलिसी में प्रावधान किया गया है। पॉलिसी पर आम जनता एक माह के भीतर अपनी राय दे सकती है। आम जनता को पार्किग बंदोबस्त से जोड़ा जा सके इसके लिए ये प्रावधान किए गए हैं। माना जा रहा है कि इससे मार्गो पर होने वाली भीड़-भाड़ को कम किया जा सकेगा। साथ ही जाम से भी राहत मिलेगी।
10- 15 वर्ष पुराने वाहन उठाएगी पुलिसः
दिल्ली में कई जगहों पर 10-15 वर्ष पुराने वाहन खड़े रहते हैं, लेकिन इन्हें हटाने को लेकर मालिक और स्थानीय एजेंसियां भी इच्छुक नहीं होतीं। तय प्रावधानों में सुनिश्चित किया जाएगा कि यदि ऐसे डीजल या पेट्रोल वाहन मार्ग पर खड़े हैं तो पुलिस इन वाहनों को उठाएगी।
क्या है जुर्माने का प्रावधानः
वर्तमान: एमवी एक्ट 1988 सेक्शन 127 के तहत पहली बार सार्वजनिक स्थल पर गाड़ी खड़ी करने पर 100 रुपये जुर्माना। दूसरी बार में 300 रुपये।
प्रस्तावित: एमवीए एक्ट के तहत यह राशि 2000 रुपये तक होनी चाहिए।
रिंग रोड, बाहरी रिंग रोड, अरबिंदो मार्ग, मथुरा रोड, नजफगढ़, रोहतक रोड, विकास मार्ग आदि को नो पार्किग रोड में तब्दील होंगी।
कितनी है पार्किग की व्यवस्थाः
पूर्वी निगम : यहां 63 पार्किग हैं। जहां पर 5882 गाड़ी खड़ी की जा सकती हैं। इसी प्रकार 39 भूमिगत और मल्टीलेवल पार्किग हैं। जहां पर 3855 गाड़ियों के लिए पार्किग की व्यवस्था है।
दक्षिणी निगम : यहां 106 जगहों पर पार्किग की व्यवस्था है। जहां 24500 गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं। इसी प्रकार 7 मल्टी लेवल और भूमिगत पार्किग हैं।
उत्तरी निगम : यहां 95 पार्किग स्थल हैं। जहां पर 24600 पार्किग उपलब्ध हैं। वहीं 8 मल्टीलेवल और भूमिगत पार्किग हैं। जहां 6433 वाहनों की पार्किग है।
लगातार बढ़ रहे हैं वाहनः
दिल्ली में निजी वाहनों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। परिवहन विभाग ने 2015 और 2016 के आंकड़ों का आकलन किया है। दिल्ली में 2015 में 6,61,494 वाहनों का पंजीकरण किया गया था। पंजीकरण 2016 में बढ़कर 6,93,159 तक पहुंच गया। इनमें निजी वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। जनवरी 2017 में इनकी संख्या बढ़ कर 1,0093,470 तक पहुंच गई है।
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