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June 17, 2017
रिपोर्टर- मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान उपवास पर बैठने वाले राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर सवाल उठने लगे हैं। भोपाल स्थित दशहरा मैदान में आयोजित किए गए उपवास के मंच पर जो किसान उनके साथ बैठे थे वो कुछ लोगों के कहने पर उनका उपवास तुड़वाने आए थे। इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने शिवराज पर आरोप लगाते हुए उपवास को ढोंग बताया है। 6 जून को मंदसौर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स की फायरिंग में 5 किसानों के मारे जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान शांति के लिए उपवास पर बैठ गए थे। जिसके बाद 9 जून की शाम को शिवराज ने उपवास का ऐलान किया। 10 जून को दशहरा मैदान पर शुरू हुआ उपवास 28 घंटे बाद टूट गया। इस खुलासे पर कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान नैतिकता खो चुके हैं। हमें पहले से ऐसी ही आशंका थी। अगर मध्य प्रदेश सरकार में थोड़ी सी भी नैतिकता बची है तो इस्तीफा दें। हम लगातार आंदोलन कर रहे हैं और इस मुद्दे को भी जनता के सामने रखेंगे।
मंदसौर से भोपाल पहुंच गए किसान!
समाचार चैनल के अनुसार 10 जून को ही भोपाल से 350 किलोमीटर दूर मंदसौर के 4 मृतक किसानों के परिजन उनके मंच पर पहुंच गए। समाचार चैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आखिर ऐसा कैसे हुआ कि जिन किसानों की मौत पुलिस की गोली से हुई, उनके परिजन कुछ ही घंटे के भीतर शिवराज का उपवास खत्म कराने के लिए मंदसौर से भोपाल पहुंच गए थे।
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