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July 20, 2024
नई दिल्ली: गुजरात में भारी बारिश का कहर, 16 बांध हाई अलर्ट पर, पोरबंदर में बाढ़, 22 इंच पानी बरसा
नई दिल्ली: अहमदाबाद. गुजरात राज्य में भारी बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदियों के उफान से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। सौराष्ट्र में बाढ़ से जनजीवन ठप सा हो गया है। राज्य के 16 बांध हाई अलर्ट पर आ गए हैं। बीते 36 घंटे में पोरबंदर में 22 इंच से अधिक पानी बरसने से हालात बिगड़ गए हैं। प्रशासन व बचाव-राहत दल हाई-अलर्ट पर काम कर रहे हैं। नदियों में पानी की आवक तेजी से बढऩे से बांध लबालब हो गए हैं। पानी की आवक लगातार बनी हुई है। बांधों के डाउन स्ट्रीम में आने वाले क्षेत्रों की चिन्ता बढ़ी हुई हैं। भारी बारिश के चलते सौराष्ट्र के 141 बांध में 42 फीसदी से ज्यादा जल संग्रह हो चुका है। सरदार सरोवर बांध में पानी की आवक लगातार बनी हुई है। अब तक 55 फीसदी से ज्यादा जल संग्रह हो चुका है। राज्य के 206 जलाशयों में 37 फीसदी से ज्यादा पानी भर चुका है।
सौराष्ट्र के पोरबंदर में मूसलाधार बारिश हुई। गुरुवार से लेकर शुक्रवार शाम तक यहां 36 घंटे में 22 इंच से ज्यादा पानी बरसा। इससे पोरबंदर पानी-पानी हो गया। गुरुवार को पूरे दिन 350 मिमी और शुक्रवार शाम छह बजे तक 215 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस तरह 36 घंटे में 565 मिमी पानी गिरा। बारिश ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। घरों-दुकानों में पानी भर गया। वहीं वाहन डूब गए और पशु पानी में बह गए। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बताया जाता है कि पोरबंदर शहर को 26 साल बाद बाढ़ से हालात देखे गए।
निचले इलाकों में जल- जमाव:
पोरबंदर शहर और जिले में जगह-जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। शहर का एम.जी. रोड, छाया चौकी रोड, सुदामा चौक समेत अन्य इलाकों में पानी भर गया। सड़कें और कई इलाकों के साथ-साथ सोसायटियां भी जलमग्न हो गईं। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
11 लोगों को बचाया, 200 लोगों का स्थानांतरण:
भारी बारिश के चलते 11 लोगों का बचाव किया गया। जिले की कोलीखडा गांव में 204 लोगों को स्थानांतरण किया गया। इन परिवारों के लिए प्राथमिक स्कूल में भोजन की व्यवस्था की गई। राणावाव में एक घर में पानी घुस जाने से फंसे माता-पुत्री को बचाया गया। मरीज ले जा रहे एंबुलेंस भारवाडा के पास रास्ते में बारिश के पानी में फंस गई। एंबुलेंस के डूबने से पहले मरीज व उनके रिश्तेदार को बचा लिया गया।
कलक्टर ने की समीक्षा
पोरबंदर कलक्टर के डी वाखाणी के निर्देश पर एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया। जिले में बारिश की स्थिति को देखते हुए कलक्टर ने समीक्षा की। भारी बरसात के चलते बिजली, एसटी सेवा, सड़क परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं। हालांकि युद्ध स्तर पर जिले की टीमों को काम में लगाया गया।
नदियों में बाढ़ से हालात:
पोरबंदर के राणावाव शहर और ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है। घेड क्षेत्र में ओज़त और मधुवंती नदियों में भी बाढ़ आ गई। बरडा क्षेत्र में करीब 12 इंच बारिश से खेत जलमग्न हो गए हैं। स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई।
15 से ज्यादा पेड़ गिरे:भारी बारिश व तेज पवन ने शहर में 15 से ज्यादा पेड़ गिर गए हैं। कई जगहों पर होर्डिंग गिर गए।एसटी बस के फेरे, 5 रास्ते बंद:
कलक्टर ने बताया कि भारी बारिश की आगाही के चलते प्रशासन पहले ही अलर्ट था। राज्य सरकार के साथ संकलन में रहकर सतर्कता के कदम उठाए गए। बंद रास्तों को आरंभ करने का काम चल रहा है। जिले के 11 रूट पर 56 एसटी बस के फेरे बंद की गई है। 5 रास्ते बंद हैं। भारी बारिश के चलते जिले के डैम व सरोवर छलक गए।
द्वारका में 2 घंटे में 8 इंच बरसात:
द्वारका में शुक्रवार को 8 घंटे में 12 इंच बारिश हुई। शाम को 4 से 6 बजे के दौरान सिर्फ 2 घंटे में 8 इंच पानी बरसा। मूसलाधार बारिश से पूरा द्वारका शहर पानी-पानी हो गाय। यहां की मुख्य सड़कों के साथ-साथ निचले इलाकों के साथ घरों में पानी भर गया। निचले इलाकों से लोगों को स्थानांतरित किया गया।
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