Post Views 881
September 21, 2018
Danik Bhaskar | Sep 21, 2018, 09:05 AM IST
जयपुर. चुनाव को लोकतंत्र का उत्सव माना जाता है। कहा जाता है कि जनता प्रतिनिधि चुनकर अपने मुद्दों को शासन का हिस्सा बनाती है। विडंबना यह है कि चुनाव में लोगों और तंत्र में एक अजीबोगरीब खाई आ जाती है। दूसरी तरफ, माना जाता है कि चुनाव में राजनीतिक दल एक-दूसरे के सामने अपने मुद्दे रखेंगे, लेकिन असल में चुनाव के दौरान जाति, धर्म के आधार पर ही राजनीतिक दलों द्वारा टिकट बांटे जाते हैं।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved