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October 31, 2017
राजस्थान के सरकारी स्कूलों को भी नतीजों के आधार पर सर्टिफिकेशन मिलेगा. शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों की सर्टिफिकेशन की व्यवस्था प्रारंभ की जाएगी. इसके अंतर्गत स्कूलों का शिक्षण गुणवता के आधार पर प्रमाणीकरण किया जाएगा. स्वस्थ प्रतिस्पद्र्धा के तहत इससे राज्य के सरकारी स्कूलों के स्तर में निरंतर वृद्धि होगी.
देवनानी सोमवार को शिक्षा संकुल स्थित सभाकक्ष में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद की विशेष समीक्षा बैठक में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राजकीय स्कूलों के सुदृढ़ीकरण के लिए विभिन्न कदम उठाए है. इन प्रयासों के तहत स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता वृद्धि के लिए उठाए गए कदमों का सतत मूल्यांकन भी किया जायेगा. उन्होंने इसके लिए शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों को बेहतरीन से बेहतरीन बनाए जाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने के लिए भी निर्देश दिए.
शिक्षा राज्यमत्री ने राज्य में स्थापित आदर्श स्कूलों की भी समीक्षा की तथा कहा कि उन्हें आदर्श रूप में विकसित करने के साथ ही वहां बेहतर शैक्षणिक वातावरण के लिए भी निरंतर कार्य किया जाए. उन्होंने शारदे छात्रावासों में सुविधाओं का समुचित विकास किए जाने के साथ ही बालिकाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी समय-समय पर वहां गतिविधियां क्रियान्वित किये जाने के निर्देश दिए. बैठक में बताया गया कि राज्य 179 शारदा छात्राओं में इस समय 13 हजार 387 बालिकाए नामांकित है. इन्हें विभिन्न स्तरों पर सशक्त किये जाने के साथ ही बालिकाओं की सृजनात्मक क्षमता वृद्धि हेतु भी प्रयास किए जा रहे है.
देवनानी ने बैठक में स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल के तहत स्टूडेंट्स के शिक्षण स्तर में वृद्धि के लिए किए प्रयासों की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि मॉडल स्कूलों का सीबीएसी बोर्ड परीक्षा परिणाम औसत 98 प्रतिशत से अधिक रहा है. उन्होंने मॉडल स्कूल शाहपुरा द्वारा राष्ट्रीय स्तर की स्वतंत्र तैराकी प्रतियोगिता में ताम्र पदक प्राप्त कर देशभर में तीसरे स्थान पर रहने की उपलब्धि को भी सराहा.
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