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October 30, 2017
प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई का मौहाल बनाने के लिए अब आगामी सत्र से एक कार्यक्रम का आगाज होने जा रहा है. सरकार ने इस कार्यक्रम को नया साल नया संवाद नाम दिया है.
सरकार के इस कदम के पीछे कारण है कि कॉलेजों में छात्रसंघ चुनावों में ही सारा समय निकल जाता है. इसके कारण लिहाजा कालेजों में पढ़ाई का वातावरण नहीं बन पाता है. उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने बताया कि छात्रसंघ चुनावों के छह महीने तक तो छात्रसंघ कार्यालयों के उदघाट्न होते रहते हैं लिहाजा पढ़ाई सुचारू नहीं हो पाती है. इस साल के लिए भी नियम बनाएं गए थे लेकिन विभिन्न कारणों से तय समय सीमा का बढ़ाकर 4 नवम्वर तक किया गया है.
किरण माहेश्वरी ने कहा कि आगे से हर जिले के सभी कॉलेजों के पदाधिकारियों, छात्रसंघ अध्यक्षों, व्याख्याताओं और प्राचार्यों को बुलाकर उनकी समस्याओं के समाधान पर चर्चा की जाएगी ताकि समस्या का हल किया जा सके. उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने माना की प्रदेश की कॉलेजों में व्याख्याताओं की कमी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि लंबे समय से कॉलेजों में लेक्चररर्स की भर्ती नहीं हुई है जिसके कारण समस्या और बढ़ गई है.
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