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October 30, 2017
जैतून की खेती प्रदेश के किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है. अब किसानों से जैतून की पत्तियों की 51 रुपये प्रतिकिलो की दर से खरीद हो सकेगी. रविवार को कृषि मंत्री डॉ. प्रभुलाल सैनी ने प्रदेश भर के जैतून उत्पादक प्रगतिशील किसानों से संवाद कर उनके अनुभव और समस्याएं जानी. इस संवाद कार्यक्रम में जैतून की पत्तियां खरीदने के लिये एक अहम करार किया गया.
प्रदेश में जैतून की खेती किसानों की तकदीर बदल रही है. अब किसानों को जैतून के फल के साथ ही पत्तियों के भी अच्छे दाम मिलेंगे. कृषि मंत्री डॉ. प्रभुलाल सैनी ने राजस्थान ऑलिव ग्रोअर ऑर्गेनाइजेशन के साथ बैठक कर जैतून की खेती कर रहे किसानों से उनके अनुभव और समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की. जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा और इजराइल के कृषि विशेषज्ञ युवाल चेन भी इस संवाद कार्यक्रम में मौजूद रहे.
इस संवाद कार्यक्रम के दौरान जैतून किसानों और ओलिटिया फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के बीच एक महत्वपूर्ण करार किया गया. इस करार के मुताबिक ऑलिव टी का उत्पादन कर रही ओलिटिया कम्पनी किसानों से 51 रुपए प्रति किलो की दर से जैतून की हरी पत्तियां खरीदेगी. बीस साल की अवधि के लिये यह करार किया गया है और दौरान हर साल 10 प्रतिशत की दर से दामों में बढोतरी होगी. इस तरह किसानों की अब जैतून के फल के साथ ही जैतून की पत्तियों से भी मोटी कमाई होगी.
गौरतलब है कि दुनिया में पहली बार राजस्थान से ऑलिव टी का उत्पादन शुरु हुआ है. ऑलिव टी बना रही ओलिटिया कम्पनी के डायरेक्टर का कहना है कि देश-दुनिया से ऑलिव टी की जबर्दस्त डिमांड मिल रही है और यह डिमांड पूरी करने के लिए बड़े स्तर पर जैतून की पत्तियों की जरुरत होगी. प्रदेश में वर्तमान में 5 हजार हैक्टेयर में जैतून की खेती की जा रही है और 4 साल पहले शुरू की गई इस कवायद के अब सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं.
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