Post Views 851
July 20, 2017
अजमेर। शिक्षा राज्य मंत्राी वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राज्य के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक प्रतिभा को विकसित करने और प्रोत्साहित करने के लिए अब प्रतिवर्ष प्रदेश में राज्य एवं जिला स्तर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय विज्ञान मेलों का आयोजन किया जाएगा। यह मेले राजस्थान माध्यमिक शिक्षा अभियान रमसा और राज्य शैक्षिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जाएंगे। इन मेलों के जरिए विद्यार्थियों की वैज्ञानिक प्रतिभा को जहां मंच मिलेगा जाएगा वहीं जन समुदाय को भी वैज्ञानिक आधार पर सजग और जागरूक करने का कार्य किया जाएगा।
देवनानी ने कहा कि विज्ञान तर्क पर आधारित ज्ञान है और भारतीय संस्कृति आरंभ से ही विज्ञान से जुड़ी रही है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय विज्ञान मेलों का प्रमुख उद्देश्य यही है कि विद्यार्थी व आम जन सहज और सरस रूप में विज्ञान के ज्ञान से जुड़ सके। इसके अंतर्गत भारतीय विज्ञान की आदिकालीन परम्परा, हमारे समृद्ध खगोलशास्त्राी आर्यभट्ट, चिकित्सा शास्त्राी सुश्रुत आदि के बारे में भी नई पीढ़ी को अवगत कराया जाएगा ताकि वे भारतीय वैज्ञानिक ज्ञान पर गौरव की अनुभूति कर सके।
आधुनिक विश्व वैज्ञानिक अनुसंधान में प्रमुख रहे भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु, प्रफुल्ल चंद्र राय, सी.वी.रम्मन, मेघनाथ साहा, रामानुजम, हरगोविंद खुराना आदि का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर भारतीय विज्ञान इन्हीं के जरिए निरंतर आगे पहुंचा है। विज्ञान मेलों में इनके द्वारा की गई वैज्ञानिक खोजों, आविष्कारों के बारे में भी विद्यार्थियों को अवगत कराने के विभिन्न आयोजन किए जाएंगे ताकि सहज भारतीय विज्ञान के बारे में नई पीढ़ी को जानकारी मिल सके।
देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय वैज्ञानिक मेलों के तहत राज्य की वैज्ञानिक प्रतिभाओं को अधिक से अधिक अवसर प्रदान किया जाए। राज्य एवं जिला स्तर पर आयोजित किए जाने वाले विज्ञान मेलों में विद्यार्थियों द्वारा स्व विकसित वैज्ञानिक उपकरणों के माध्यम से अनुसंधान की प्रवृति को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेलों में समस्या समाधान की अभिरूचि एवं योग्यता को प्रोत्साहित करने के साथ ही ग्रामीण विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए विशेष आयोजन किए जाने के लिए शिक्षा अधिकारियेां को निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा राज्य मंत्राी देवनानी ने बताया कि प्रदेश में 12 वीं विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों की तर्ज पर ही 12 वीं आर्ट्स और काॅमर्स के विद्यार्थियों के लिए भी राज्य सरकार ने ‘पंडित दीदनदयाल उपाध्याय प्रतिभा खोज परीक्षा’ आयोजित किए जाने का निर्णय लिया है। इससे विज्ञान के साथ ही काॅमर्स और आर्ट्स के विद्यार्थियों को भी प्रतिभा खोज की स्काॅलरशिप मिल सकेगी।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved