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July 10, 2017
सिटी रिपोर्ट। अजमेर
क्या विद्युत विभाग लोगों की जेब को चूना लगा रहा है। क्या दो महीने के बिलों के माध्यम से जनता के साथ कोई हेराफेरी हो रही है। सोमवार को धानमंडी क्षेत्र के व्यापारियों ने कलेक्टर को बिजली बिलों में चल रही हेरफेर का आरोप लगाते हुए ज्ञापन दिया। व्यापारियों का कहना है कि विद्युत् विभाग द्वारा हर दो महीने में घरेलू बिजली का बिल तैयार कराया जाता है। विभाग शुरू के 130 यूनिट तक दो रुपए प्रति यूनिट लेता है। उसके बाद 401 यूनिट पर तीन रुपए 500 यूनिट होने पर 6 रुपए की दर से बिल बनाया जाता है। हर महीने यदि बिल का भुगतान किया जाए तो यूनिट की संख्या 400 के आस पास ही रहती लेकिन 2 महीने में यह यूनिट 800 के आसपास पहुंच जाता हैं। इस तरह से विद्युत निगम उपभोक्ताओं की जेब से अधिक पैसे वसूल रहा है।
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