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June 28, 2017
जयपुर। जयपुर वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री आर. जी. गुप्ता ने जयपुर शहर में बिजली की बेहतर व्यवस्था व बिजली चोरी रोकने के लिए पांच साल की योजना बनाकर उस पर अभी से क्रियान्वयन करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करके राष्ट्रीय स्तर पर जयपुर नगर वृत को आदर्श वृत बनाया जा सके।
जयपुर विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री आर.जी.गुप्ता की अध्यक्षता में मंगलवार को विद्युत भवन में आयोजित जयपुर नगर वृत की समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसके तहत विभिन्न कार्यों के लिए 5 साल की योजना बनाकर कार्य किया जाएगा। विद्युत व्यवधान की स्थिति की देश के अन्य शहरों से तुलना करके कॉल सेन्टर में प्रतिदिन दर्ज होने वाली शिकायतों में ओर कमी लाई जाएगी, विद्युत व्यवधान में कमी के लिए एम-सील लगाने के कार्य को मार्च, 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 300 किमी. 11 केवी. लाइन प्रति वर्ष भूमिगत करते हुए आगामी 5 साल में समस्त 11केवी. लाईन को भूमिगत करने एवं 33केवी. लाईन के शेष 90 किमी. को भूमिगत करने के कार्य को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही वितरण हानि को 10 प्रतिशत से घटाकर चालू वर्ष में 9 प्रतिशत एवं अगले साल के अन्त तक 8 प्रतिशत के स्तर पर लाया जाएगा।
गुप्ता ने कहा कि आगामी 5 साल के लिए ईएचवी में 250 मेगावाट की प्लानिंग की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जयपुर शहर में एलटी लाईन को भूमिगत करने के लिए 5 साल का प्लान बनाकर भिजवाया जाए जिससे उस पर निगम स्तर से निर्णय किया जा सके। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि घर के अन्दर लगे हुए मीटरों को बाहर लगाने की योजना बनाई जाए। शहर में लगे हुए 15 हजार पिलर बाक्स की मेन्टीनेन्स के बारे में यह निर्णय लिया गया कि लोहे के पिलर बाक्स के स्थान पर एसएमपीएस पिलर बाक्स लगाए जाएगें एवं इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग की जाएगी। ट्रांसफार्मर जलने की दर को 2 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत लाई जाए, इसके तहत 10 साल से अधिक पुराने ट्रांसफार्मरों की ओवर आईलिंग का कार्य करते हुए उनको बदलने की व्यवस्था की जाए।
बैठक में बिजली के पोल पर लगे विज्ञापनों व केबलों का किराया वसूलने के भी निर्देश दिए गए। घरेलू कनेक्शन का एनडीएस में किए जा रहे दुरुपयोग की लगातार चैकिंग की जाए। डिफेक्टिव मीटर को तुरन्त बदलना चाहिए, नए कनेक्शन शीघ्र जारी हो। बैठक में जयपुर नगर वृत की राजस्व वसूली की स्थिति की भी समीक्षा की गई।
बैठक में निदेशक तकनीकी नवीन अरोड़ा, जयपुर जोन के मुख्य अभियन्ता, जयपुर नगर वृत के अधीक्षण अभियन्ता, सभी डिवीजनों के अधिशाषी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता उपस्थित रहे।
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