Post Views 861
June 26, 2017
जयपुर - राज्य सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने प्रदेश में जिन शहीदों की मूर्ति नहीं लगी हुई है, उनको उनके पैतृक गांव में लगाने की अनूठी पहल शुरू की है। देश में सायद ये पहला मामला होगा कि एक राज्य मंत्री द्वारा भामाशाहों के सहयोग से इस तरह की पहल शुरू की जा रही है। बाजौर ने इस तरह की जानकारी झुंझुनू जिले में दूसरे चरण की शहीद सम्मान यात्रा के दौरान रविवार को चिड़ावा पंचायत समिति क्षेत्र के 10 गांव के 15 शहीदों के परिजनों के सम्मान समारोह में ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए दी।उन्होेंने कहा कि शहीद होने वाले जवान अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि देश की रक्षा के लिए शहीद हुए है हमें चाहिए की ऎसे शहीदों की शहादत को चिर बनाने के लिए उनकी मूर्तियां बनाई जाएं और उन्हें देवता के रूप में सभी धर्म के लोग मान और सम्मान के साथ उनकी पूजा करें। उन्होेंने कहा की युवाओं को शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने आपको जरूरत पड़ने पर ऎसे कार्य के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर युवा वर्ग किसी अच्छे काम की शुरूआत करने के लिए शहीदों की मूर्ति को नमन करेगा तो निश्चित रूप से उनकी सौच में बदलाव आएगा। बाजौर ने कहा कि शहीदों को देवता मानने की शुरूआत इसी जिले के भाटीवाड़ और टोंक छिलरी गांव में की जा चुकी है जहां देवताओं के मन्दिरों की तरह पूजा एवं अन्य कार्य किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें शहीदों की शहादत को धर्म से जोड़ना होगा तभी हम शहीदों को सच्ची श्रृद्धांजलि दे पाएंगे।
इन कार्यक्रमों में राज्य स्तरीय कल्याण समिति कि सदस्य कर्नल जगदेवा राम चौघरी, चिड़ावा के सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल एम.एस. राठौड़ झुंझुंनू के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी अमीलाल कृष्णिया, एक दजर्न गावों के सरपंच एवं जिला परिषद् सदस्य एवं चनाना के पूर्व सरपंच सुरेन्द्र सिंह गोवला के सरपंच महिपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरूष उपस्थित थे। शहीद के परिजनों द्वारा गांव के विद्यालय एवं अन्य राजकीय संस्था का नामकरण शहीद के नाम से करने शहीद के आश्रितों को नौकरी दिलवाने, गांव की पेयजल एवं सड़क संबधी मांग भी रखी।
बाजौर ने किया मूर्तियों पर माल्यार्पण -
प्रेम सिंह बाजौर ने रविवार को भडुंदा कलां में शहीद मंनफूल सिंह, गोवला के शहीद महिपाल सिंह, भामरवासी में शहीद कर्नल जे.पी. जानू और पृथ्वी सिंह की मूर्तियो पर माला पहनाकर उनके परिजनों का शॉल ओढाकर सम्मान किया। बाजौर ने महरमपुर, चनाना, पदमपुरा, किशोरपुरा, केहरपुरा कला, केहरपुरा खुर्द और इक्तावरपुरा के शहीदों की वीरांगनाओं एवं उनके परिजनों का भी ग्रामीणों की उपस्थिति में शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।बाजौर ने चनाना गावं के संदीप पुत्र जुगलाल को स्नातक एवं विकलांगा होने के बावजूद नौकरी नहीं लगने के कारण कोचिंग करने के लिए अपनी और से शहीद वीरागंना का सम्मान करने के दौरान ही 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देकर उसे आगे भी आर्थिक सहायता देने का विश्वास दिलाया।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved