Post Views 881
June 22, 2017
जयपुर। उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा ने कहा है कि राज्य में जेम एवं ज्यूलरी के क्षेत्र में नए एन्टरप्रोन्योर तैयार करने के लिए आईआईजेजे में एन्टरप्रोन्योरशीप प्रशिक्षण शुरु किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें प्रशिक्षण के माध्यम से अच्छे डिजाइनर, दस्तकार व कारीगर तैयार करने के साथ ही युवाओं को उद्यमी बनाना होगा।उद्योग आयुक्त मीणा ने गुरुवार को सीतापुरा स्थित इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ जेम एण्ड ज्यूलरी और एसाइड योजना में बन रहे हॉस्टल भवन के साथ ही जेम एण्ड ज्यूलरी सेज का अवलोकन कर प्रशिक्षण व्यवस्था, प्रशिक्षण मॉड्यूल, उपलब्ध सुविधाओं, निर्यात बढ़ाने के उपायों आदि पर चर्चा कर जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जिला उद्योग केन्द्र के सहयोग से आईआईजेजे के प्रशिक्षण सत्रों में नया कारोबार शुरु करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा देय सुविधाओं व सफल उद्यमी बनने के गुर भी सिखाए जाएंगे। मीणा ने कहा कि जेम व ज्यूलरी के क्षेत्र में सारी दुनिया में जयपुर की विशिष्ठ पहचान होने के साथ ही आईआईजेजे द्वारा युवाओं को जेम एण्ड ज्यूलरी में डिजाइनिंग से लेकर इससे संबंधित सभी विधाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अच्छे कारीगर तैयार करने के साथ ही अच्छे व्यवसाई भी बनाना होगा और इसके लिए प्रशिक्षणार्थियों को स्टार्टअप के रुप में स्वयं का व्यवसाय लगाने, कच्चे माल की उपलब्धता, स्थानीय व विदेशों में बाजार की उपलब्धता, निर्यात संबंधी जानकारी के साथ ही नए उद्यमियों के लिए प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना, भामाशाह रोजगार योजना व अन्य योजनाओं में उपलब्ध वित्तीय, तकनीकी, विपणन सहयोग की जानकारी देकर युवाओं को श्रमिक नहीं बल्कि व्यवसाई के रुप में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से प्रशिक्षण सुविधाओं व भविष्य की योजना की भी जानकारी ली। मीणा ने केन्द्र सरकार की एसाइड योजना में तैयार हो रहे हॉस्टल भवन का गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस हॉस्टल को ग्रीन बिल्डिंग के रुप में विकसित करते हुए सोलर पैनल लगाकर सोलर एनर्जी से संचालित बनाया जाए। उन्होंने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी तैयार कराने को कहा ताकि बरसात के पानी का संरक्षण हो सके। मीणा ने जेम एण्ड ज्यूलरी सेज उद्योग, रीको, कस्टम व सेज के अधिकारियों के साथ 21 एकड़ में विस्तारित सेज का भी अवलोकन किया और इन इकाइयों मेें कार्यरत श्रमिकों के लिए आवास सुविधा विकसित करने की भी आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने आरएमसी जेम एण्ड ज्यूलरी का दौरा कर कार्यप्रणाली की भी जानकारी ली।इस अवसर पर उपनिदेशक उद्योग पीआर शर्मा ने बताया कि जयपुर जेम एण्ड ज्यूलरी का प्रमुख निर्यात केन्द्र है। इसी को ध्यान में रखते हुए इसकी अलग से सेज विकसित की गई है और प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया गया है। विजय चोरडिया मानद सचिव आईआई जेजे, संजय सिंह क्षेत्रीय निदेशक जेम एण्ड ज्यूलरी ईपीसी और आईआईजेजे के प्राचार्य प्रो. धीरज कुमार ने बताया कि संस्थान में तीन तीन माह के प्रशिक्षण सत्रों का संचालन किया जाता है और अन्य प्रदेशों से भी बहुतायत में प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। गौरतलब है कि एसाइड योजना में करीब 10 करोड़ रु. की लागत से हॉस्टल बिल्डिंग तैयार करवाई जा रही है। इसमें 225 प्रशिक्षणार्थियों की आवास सुविधा उपलब्ध होगी। रीको के क्षेत्रीय निदेशक रोहिल्ला, सेज के अधिकारी एसके मीणा, सहायक आयुक्त कस्टम श्री गुप्ता ने बताया कि जेम एण्ड ज्यूलरी सेज में 38 इकाइयां कार्यरत है और करीब 5 हजार लोगों को यहां रोजगार मिला हुआ है।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved