For News (24x7) : 9829070307
RNI NO : RAJBIL/2013/50688
Visitors - 102408875
Horizon Hind facebook Horizon Hind Twitter Horizon Hind Youtube Horizon Hind Instagram Horizon Hind Linkedin
Breaking News
Ajmer Breaking News: वर्ल्ड हेरिटेज डे की पूर्व संध्या पर सजाई गई मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय की इमारत और भाप इंजन |  Ajmer Breaking News: केंद्र  सरकार दूध पर लागू करें समर्थन मूल्य चौधरी- अजमेर,एक माह में नहीं मिला बकाया अनुदान तो करेंगे धरना प्रदर्शन |  Ajmer Breaking News: कचहरी रोड पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा में कार्यरत कर्मचारी ने नोटों की गिनती के दौरान की हेरा फेरी, लगभग 6 लाख 45 हजार 800 रुपए किए चोरी, |  Ajmer Breaking News: अजमेर जीआरपी थाना  द्वारा 28.240 किग्रा0 डोडा चूरा जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। |  Ajmer Breaking News: केंद्र द्वारा राजनीतिक विद्वेष के कारण अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रख कर विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए ईडी द्वारा चार्ज शीट पेश |  Ajmer Breaking News: सिविल डिफेंस टीम,एनडीआरफ एवं एसडीआरएफ ने 100 फीट ऊंचाई पर अटकी रोप वे ट्रॉली में फंसे तीन युवकों को किया सुरक्षित रेस्क्यू |  Ajmer Breaking News: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण. योग, जागरूकता तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित |  Ajmer Breaking News: 44 करोड़ से होगा नालों का निर्माण , जल निकासी व्यवस्था होगी सुदृढ़ ,गुलाब बाड़ी एवं आसपास के निचले क्षेत्रों को जलभराव से मिलेगी निजात  , |  Ajmer Breaking News: 16 अप्रैल को राजस्थान पुलिस ने मनाया अपना स्थापना दिवस,  |  Ajmer Breaking News: मंगलवार रात जॉन्सगंज स्थित रेलवे के समपार फाटक के टूटने से फाटक के दोनों और लगा जाम, | 

राष्ट्रीय न्यूज़: लोकायुक्त और तबादला विधेयक की गेंद विधायकों के पाले में

Post Views 891

June 1, 2017

देहरादून-बजट सत्र में भाजपा सरकार के बहुप्रतीक्षित और बहुप्रचारित लोकायुक्त और तबादला विधेयक पारित होंगे या नहीं इस पर सियासी दलों और जनता की टकटकी लगी हुई है। सरकार बनने के सौ दिन के भीतर इन विधेयकों को पारित कर कानून की शक्ल देने के वायदे पर अमल की चुनौती सत्तारूढ़ दल भाजपा के सामने है। लिहाजा इन दोनों ही विधेयकों को सत्र में रखा जा सकता है। माना जा रहा है कि सरकार इन दोनों विधेयकों को सदन में रखकर व्यापक चर्चा करा सकती है। विधेयकों को पारित कराने के लिए सरकार खुद विशेष प्रयास किए जाने के बजाय गेंद विधानसभा सदस्यों के पाले में सरका सकती है।विधानसभा चुनाव में लोकायुक्त और तबादलों को लेकर जनता से किए गए वायदे पर अमल होता है या नहीं इसे लेकर सत्तारूढ़ दल विपक्ष और जनता की जिज्ञासा बढ़ गई है।  भाजपा सरकार ने अपने वायदे पर अमल कर उक्त दोनों विधेयकों को विधानसभा में पेश किया लेकिन प्रचंड बहुमत से सदन में पहुंची सरकार ने इन दोनों अहम विधेयकों पर जल्दबाजी में फैसला लेने के बजाए इसे विधानसभा की प्रवर समितियों के सुपुर्द कर दिया। प्रवर समितियों का एक माह का कार्यकाल एक बार पूरा हो चुका है। अब इन्हें जून के पहले हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देनी है। इस बीच सरकार ने जून माह के पहले हफ्ते के आखिरी दिनों में प्रवर समितियों की बैठकें तय की हैं। लोकसेवकों के वार्षिक स्थानांतरण विधेयक पर बैठक पांच जून और लोकायुक्त विधेयक पर बैठक छह जून तय की गई हैं।आठ जून से नई सरकार का बजट सत्र प्रस्तावित है। माना जा रहा है कि सत्र से पहले ही प्रवर समितियां दोनों विधेयकों पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर सकती हैं। सरकार दोनों विधेयकों पर समितियों की संस्तुतियों को सदन में रख सकती है। साथ में संस्तुतियों समेत विधेयकों पर सदन में व्यापक चर्चा कराई जा सकती है। ऐसा कर सरकार उक्त विधेयकों पर गेंद अपने पाले में रखने के बजाए



© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved