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June 29, 2025
आया खिलोने वाला मजबूर बाप रोया, अंगुली छुड़ा रहे थे बच्चे मचल मचल कर..... डॉ अनु सपन
डॉ. अनु सपन की ग़ज़लों ने छू लिया दिल, साहित्यिक विमर्श में गूंजे विचार
अजमेर।
अजमेर लेखिका मंच एवं सामाजिक सेवा संस्थान (रजि.) के तत्वावधान में 29 जून को पंचशील स्थित एक होटल के खचाखच हरे बैंक्वेट हॉल में भव्य साहित्यिक कार्यक्रम एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गरिमामयी अवसर पर अजमेर शहर के प्रतिष्ठित व जागरूक साहित्यकारों की प्रभावशाली उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना एवं अजमेर लेखिका मंच के गीत से की गई।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. अनु सपन (डॉ. अनीता शर्मा) रहीं, जिन्होंने अपनी भावपूर्ण ग़ज़लों और रचनात्मक विचारों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी प्रस्तुति के दौरान पूरा सभागार ", एक बार और ,एक बार और.. की आवाज़ से गूंज उठा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर कैलाश सोडानी ने की, जिन्होंने शिक्षा के विविध पक्षों पर विचारोत्तेजक वक्तव्य दिया।
विशिष्ट अतिथि डॉ. बसंत सिंह सोलंकी ने साहित्य की व्यापकता एवं सामाजिक सरोकारों पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया।
अन्य विशिष्ट अतिथि डॉ. विवेक माथुर ने इस आयोजन को अपनी माता जी की स्मृति में "भावना और साहित्य का संगम" बताते हुए वर्ष का सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक आयोजन घोषित किया।
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