Post Views 21
July 11, 2025
एलिवेटेड रोड राम सेतु ब्रिज पर अदालत की आदेश से फिर से शुरू हुआ आवागमन आरएसआरडीसी द्वारा दिया गया शपथ पत्र,
ब्रिज पर होने वाली घटना दुर्घटना की जिम्मेदारी लेने और टोल फ्री नंबर इंगित करने के दिए अदालत ने आदेश
अजमेर स्मार्ट सिटी में बनाए गए एलिवेटेड रोड राम सेतु ब्रिज की गुणवत्ता को लेकर अदालत में दायर जनप्रतिनिधित्व याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के बीच बहस हुई। न्यायालय में आरएसआरडीसी अधिकारी की ओर से एलिवेटेड रोड को सुरक्षित बताते हुए कोर्ट में एक शपथ पत्र दिया गया। इसके बाद न्यायालय ने एलिवेटेड ब्रिज के चारों भुजाओं को खोलने और आमजन की सुरक्षा को देखते हुए ब्रिज पर टोल फ्री नंबर लगाने के आदेश दिए। आदेश के तुरंत बाद जिला प्रशासन ने ब्रिज के आवागमन को खोल दिया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने बताया कि राम सेतु ब्रिज 3 साल के अंदर खराब हो गया। इसे लेकर कोर्ट में जनहित याचिका लगाई गई थी। जिसमें न्यायालय ने पूर्व में सुनवाई करते हुए ब्रिज की सभी भुज की जांच करने के दौरान 11 जुलाई तक ब्रिज पर आवंटन को बंद करने के आदेश दिए थे।
लोक अभियोजक जे पी शर्मा ने बताया कि ब्रिज खोलने से पहले अधिकारियों से एक शपथ पत्र मांगा गया। इसके बाद आरएसआरडीसी की अधिकारी की ओर से कोर्ट में शपथ पत्र दिया गया। जिसमें बताया गया कि ब्रिज के रखरखाव के साथी इस पर होने वाली कोई भी घटना दुर्घटना के लिए जिम्मेदार आरएसआरडीसी होगी और जिला प्रशासन होगा इसके बाद न्यायालय ने एलिवेटेड रोड की चारों भुजाओं को खोलने के आदेश जारी कर दिए। इसके साथ ही आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ब्रिज की सभी भुजाओं पर टोल फ्री नंबर इंगित करने और सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने के भी आदेश दिए।
गौरतलब है कि न्यायालय की ओर से सुनवाई करते हुए जिला कलेक्टर को ब्रिज पर दो दिन पहले समस्त आवागमन बंद करने के आदेश दिए गए थे। न्यायालय के आदेश की पालना करते हुए चारों भुजाओं पर आवागमन बंद करने के बाद शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी जगह जगह जाम के हालातों से आमजन ओर ट्रैफिक पुलिस हैरान परेशान हो गई थी।
क्योंकि अजमेर शहर में बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए स्मार्ट सिटी के तहत ही एलिवेटेड रोड का निर्माण कराया गया था।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved