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December 9, 2024
राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के पहले दिन आयोजित जापान के कंट्री सेशन में "वर्सेटिलिटी ऑफ इंडस्ट्रीज-मैन्युफैक्चरिंग एंड बियोंड" विषय पर व्यापक चर्चा हुई। इस सत्र में राजस्थान और जापान के जनप्रतिनिधियों, उद्योगपतियों और निवेशकों ने भाग लिया।
विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि राजस्थान और जापान का रिश्ता करीब डेढ़ दशक पुराना है। जापान की जेट्रो और जायका जैसी संस्थाओं ने राजस्थान के औद्योगिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि नीमराना में जापानी कंपनियों द्वारा करीब 48 निवेश परियोजनाएं चल रही हैं। श्री पटेल ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार नए डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर बना रही है, जिससे निवेशकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में राजस्थान और जापान के बीच निवेश का रिश्ता और मजबूत होगा।
जयपुर विकास प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती आनंदी जो जापान की ऑफिसर इंचार्ज भी हैं, ने कहा कि राज्य सरकार ने जापानी निवेशकों के लिए इंडस्ट्रियल पार्क और डेडीकेटेड कोरिडोर जैसी सुविधाएं प्रदान की हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जापान के साथ रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोकेमिकल जैसे क्षेत्रों में साझेदारी के बेहतर परिणाम आएंगे।
भारत में जापान के राजदूत किची ओनो ने कहा कि 2014 के बाद से राजस्थान में जापानी निवेश में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि भारत में होने वाले कुल जापानी निवेश का 5 प्रतिशत राजस्थान में होता है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में जापानी कंपनियां राजस्थान में रिन्यूएबल एनर्जी, रोबोटिक्स और सोलर एनर्जी जैसे क्षेत्रों में निवेश करेंगी।
सत्र में एमपिन एनर्जी ट्रांजैक्शन प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक पिनाकी भट्टाचार्य और कैंडी सोलर के मैनेजिंग डायरेक्टर निशांत सूद ने सोलर एडॉप्शन और इंडस्ट्री में फाइनेंसिंग विकल्पों के महत्व पर अपने विचार साझा किए।
इन्वेस्ट इंडिया की मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमती निवृति रॉय और जेट्रो के मुख्य प्रबंधक तकाशी सुजुकी ने अपने अनुभव साझा करते हुए जापान-राजस्थान साझेदारी को और मजबूती देने पर जोर दिया। सत्र का संचालन अभिनव बांठिया ने किया।
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