For News (24x7) : 9829070307
RNI NO : RAJBIL/2013/50688
Visitors - 106302163
Horizon Hind facebook Horizon Hind Twitter Horizon Hind Youtube Horizon Hind Instagram Horizon Hind Linkedin
Breaking News
Ajmer Breaking News: वर्ष 2013 में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए पटवारी को 2 साल की सजा के साथ 5000 रुपए के अर्थ दंड से किया दंडित, अजमेर एसीबी कोर्ट में हुई सुनवाई |  Ajmer Breaking News: फाउंडेशन फियोर दी लोटो इंडिया पुष्कर की और से आज 8 जुलाई को 551 से ज्यादा बालिकाओ को संपूर्ण शिक्षण सामग्री कक्षा नर्सरी से महाविद्यालय तक वितरित की गई |  Ajmer Breaking News: नसीराबाद रोड नगरा मुख्य मार्ग पर प्राचीन रोकडिया हनुमान मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद, हिंदूवादी संगठनों ने की समझाइश  |  Ajmer Breaking News: दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के संस्थापक के मानहानि प्रकरण में आज प्रसंज्ञान लेकर तलब किया  |  Ajmer Breaking News: अजमेर के रामसेतु एलिवेटेड रोड धसने का मामला, मामले में आज हुई सुनवाई, कल सभी पक्षकारों को न्यायालय द्वारा नोटिस जारी करने के दिए गए थे आदेश, |  Ajmer Breaking News: क्लॉक टावर थाना अंतर्गत संत फ्रांसिस अस्पताल के बाहर से बाइक चोरी करने वाला चोर गिरफ्तार, पुलिस ने बाइक की बरामद, अदालत के आदेश पर भेजा जेल  |  Ajmer Breaking News: जेएलएन मेडिकल कॉलेज, अजमेर के जनरल सर्जरी विभाग एवं स्त्री रोग विभाग के सहयोग से बीआर अंबेडकर ऑडिटोरियम में सर्जिकल रोबोट का प्रदर्शन |  Ajmer Breaking News: पूर्व मंत्री सांवरलाल जाट की प्रतिमा अनावरण पर भावुक हुईं वसुंधरा राजे, बोलीं – वे मरते दम तक मेरे साथ थे |  Ajmer Breaking News: विभागीय समन्वय बैठक आयोजित, जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति के लिए अतिरिक्त प्रयास आवश्यक - जिला कलक्टर |  Ajmer Breaking News: कोटड़ा राजकीय जनजाति बालिका आवासीय छात्रावास में संचालित होगा सैटेलाइट अस्पताल | 

राष्ट्रीय न्यूज़: लोकतंत्र की ताकत है कि रेलवे प्‍लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला एक बच्चा पार्लियामेंट पहुंचता है: नरेंद्र मोदी

Post Views 11

September 18, 2023

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां संसद भवन के गेट पर लिखा है, जनता के लिए दरवाजे खोलिए और देखिए कि कैसे वो अपने अधिकारों को प्राप्त करते हैं। हम सब और हमारे पहले जो रहे वो इसके साक्षी रहे हैं और हैं। 

पुरानी संसद में सोमवार को संसद की कार्यवाही का आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्रियों को याद करते हुए कहा कि ये वो सदन है जहां पंडित नेहरू का स्टोक्स ऑफ मिडनाइट की गूंज हम सबको प्रेरित करता है। इदिरा गांधी के नेतृत्व में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम का आंदोलन भी इसी सदन ने देखा था। पीएम मोदी ने कहा कि सदन ने कैश फॉर वोट और 370 को भी हटते देखा है। वन नेशन वन टैक्स, जीएसटी, वन रैंक वन पेंशन, गरीबों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण भी इसी सदन ने दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि सदन से विदाई लेना एक बेहद भावुक पल है, परिवार भी अगर पुराना घर छोड़कर नए घर जाता है तो बहुत सारी यादें उसे कुछ पल के लिए झकझोर देती हैं। उन्होंने कहा कि  हम इस सदन को छोड़कर जा रहे हैं, तो हमारा मन मस्तिष्क भी उन भावनाओं से भरा हुआ है और अनेक यादों से भरा हुआ है। उत्सव-उमंग, खट्टे-मीठे पल, नोक-झोंक इन यादों के साथ जुड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार एक सांसद के रूप में इस भवन में मैंने प्रवेश किया तो सहज रूप से मैंने संसद भवन की चौखट पर अपना शीश झुका दिया। इस लोकतंत्र के मंदिर को श्रद्धाभाव से नमन करते हुए मैंने पैर रखा था। वह पल मेरे लिए भावनाओं से भरा हुआ था।  उन्होंने कहा कि मैं कल्पना नहीं कर सकता, लेकिन भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि रेलवे प्‍लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला एक बच्चा पार्लियामेंट पहुंचता है। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि देश मुझे इतना सम्मान देगा।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां संसद भवन के गेट पर लिखा है, जनता के लिए दरवाजे खोलिए और देखिए कि कैसे वो अपने अधिकारों को प्राप्त करते हैं। हम सब और हमारे पहले जो रहे वो इसके साक्षी रहे हैं और हैं।  उन्होंने कहा कि वक्त के साथ संसद की संरचना भी बदलती गई। समाज के हर वर्ग का प्रतिनिधि विविधताओं से भरा हुआ। इस भवन में नजर आता है। समाज के सभी तबके के लोगों का यहां योगदान रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि शुरुआत में महिला सदस्यों की संख्या कम थी, धीरे धीरे उनकी संख्या बढ़ी। प्रारंभ से अब तक 7500 से अधिक प्रतिनिधि दोनों सदनों में आ चुके हैं। इस कालखंड में करीब 600 महिला सांसद आईं। इंद्रजीत गुप्ता 43 साल तक इस सदन के साक्षी रहे। शफीकुर्रहमान 93 साल की उम्र में सदन आ रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र के सदन में आतंकी हमला हुआ था। यह हमला इमारत पर नहीं बल्कि हमारी जीवात्मा पर हमला हुआ था। ये देश उस घटना को कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा कि आतंकियों से लड़ते हुए जिन सुरक्षाकर्मियों ने हमारी रक्षा की, उन्हें कभी नहीं भूला जा सकता।

पीएम मोदी ने कहा कि जब आज हम इस सदन को छोड़ रहे हैं तब उन पत्रकार मित्रों को भी याद करना चाहता हूं जो संसद की रिपोर्टिंग करते रहे। कुछ तो ऐसे रहे जिन्होंने पूरी जिदंगी संसद को रिपोर्ट किया है।  उन्होंने कहा कि पहले यह तकनीक उपलब्‍ध नहीं थी, तब वही लोग थे। उनका सामर्थ्‍य था कि वे अंदर की खबर पहुंचाते थे।

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद इस भवन को संसद भवन के रूप में पहचान मिली। इस इमारत का निर्माण करने का फैसला विदेशी शासकों का था। उन्होंने कहा कि हम गर्व से कह सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में पसीना और परिश्रम मेरे देशवासियों का लगा था। पैसे भी मेरे देश के लोगों के लगे।


© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved