Post Views 861
November 3, 2017
पिछला चुनाव में अच्छे दिन आएंगे का नारा देकर आम जनता से वोट बटोरने वाली भाजपा के अच्छे दिन तो आए परंतु आम लोगों के अच्छे दिन पता नहीं कब आएंगे? मजे की बात तो यह है कि आम लोग के अच्छे दिन के इंतजार करते करते लगता है अब भाजपा के बुरे दिन आ चुके हैं।
अब तो यह भी लगता है शीर्ष नेतृत्व में बैठे हुए लोगों ने भी अब यह सोच लिया है कि आने वाला कोई भी चुनाव जीतना संभव नहीं है तो कर लो जितनी मनमानी करनी है। नोटबंदी की मार सहकार अभी आम आदमी उभरा ही नहीं था कि जीएसटी का डंडा आमजन के सर पर दे मारा। आम जनमानस ने अभी थोड़ी बहुत ही सांस लेनी चाही तो
*आज फिर राजधानी के लाखों घरेलू गैस सिलेंडरों के दाम फिर बढ़ा दिए गए हैं । अब घरेलू गैस सिलेंडरों के दाम ₹49 बढ़ाए हैं। एजेंसी गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं को ₹686 में देगी वही ₹50 सर्विस चार्ज लगने के बाद उपभोक्ताओं को होम डिलीवरी में अब यह सिलेंडर 736 रुपए चुकाने पर ही प्राप्त होगा ।दूसरी ओर व्यवसायिक गैस सिलेंडर भी 77 रुपये महंगा कर दिया गया है। नए जारी रेट के मुताबिक इस बार व्यापारिक सिलेंडर 1235 रुपए से मिलेगा इसके अलावा सर्विस चार्ज अलग से देने होंगे।*
मेरे तो यह समझ नहीं आता कि आखिर शासन आम जनता से चाहता क्या है इस देश में हर तरफ फैले भ्रष्टाचार की वजह से कमाना वैसे ही बड़ा मुश्किल हो चुका था ऊपर से सरकार ने इतने कर बड़ा कर खुद की भागीदारी व्यापारियों की कमाई में डाल दी है और वह भी इतने बड़े स्तर पर जो कि आम व्यापारी के सहन करने से बाहर है ।अब तक तो इस देश में कमाना ही मुश्किल था परंतु अब रोटी पका कर खाना भी मुश्किल ही नजर आ रहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाकर भाजपा ने जिस तरह से कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की छवि को छिन्न-भिन्न कर इस देश के लोगों के मन में यह बिठा दिया है कि राहुल गांधी देश चलाने के कदापि योग्य नहीं है वही भाजपा आज अपने कर्मकांडों की वजह से और अपनी आनन-फानन में बनाई गई वित्त नीतियों की वजह से आने वाले चुनाव में राज राहुल गांधी को परोस कर पेश करती नजर आ रही है ।
जनता के सामने ऐसी दुविधा खड़ी है कि आने वाले चुनावी काल में अगर वह भाजपा को समर्थन देकर पुनः जीत दिलाती है तो जेटली की मारक वित्त नीतियों का शिकार होकर अपने बच्चों को पालना भी मुश्किल नजर आता है। वही अगर कांग्रेस को जीत दिलाती है तो देश राहुल गांधी जैसे ऐसे व्यक्ति के हाथ में जाने की संभावना दिखाई दे रही है जिसको देश चलाने का अनुभव बिल्कुल ना के बराबर है और न ही जिसमे अब तक कोई चमत्कारिक गुण प्रत्यक्ष रूप से नज़र आया है ।
खैर यह बात बिल्कुल तय है की कि भाजपा राहुल गांधी के प्रचार से चित् हो या ना हो लेकिन अपने कर्मकांडों की वजह से अपने आपको शीघ्र ही ले बैठेगी। फिर आने वाले समय में 2019 के लिए भाजपा के पास भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण करवाने के अलावा और कोई मुद्दा नहीं बच जाएगा जिस पर वह काम करके जनता के बीच वोट मांगने जाए।
नरेश राघानी
प्रधान संपादक
9829070307
www.horizonhind.com
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved