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December 26, 2025
उदयपुर के टाउनहॉल में आयोजित सुंदर सिंह भंडारी चेरिटेबल ट्रस्ट के सम्मान समारोह में उस समय माहौल अचानक गंभीर हो गया, जब पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी को मंच से ही आड़े हाथों ले लिया। कटारिया ने कहा- “मंत्री महोदय कहां हो? क्या हो रहा है? हमारे टीचर क्या कर रहे हैं? जहां-जहां सरकारी स्कूलों का रिजल्ट खराब है, वहां से टीचरों को भगाओ।” इस तीखे बयान के दौरान जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी मुस्कुराते नजर आए, जिससे मंच पर मौजूद लोगों का ध्यान और खिंच गया।
सम्मान समारोह के दौरान कटारिया उदयपुर जिले की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों के आंकड़े बता रहे थे। इसी दौरान उन्होंने झाड़ोल क्षेत्र पर चिंता जताते हुए कहा- “झाड़ोल से सिर्फ दो बच्चे क्यों हैं? ये टीचर आखिर कर क्या रहे हैं?” राज्यपाल ने कहा कि सरकारी स्कूलों से पढ़कर 95 से 99 प्रतिशत अंक लाने वाले बच्चे भी जिले में हैं, और अब आदिवासी बेटियां भी शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रतिभाओं को निखारने के लिए हरसंभव मदद की जाएगी, लेकिन इसके लिए पहले सिस्टम और सोच को बदलना होगा। कार्यक्रम में 390 विद्यार्थियों और 33 संस्था प्रधानों को सम्मानित किया गया। सबसे अधिक 107 विद्यार्थी वल्लभनगर विधानसभा से रहे, जबकि सबसे कम झाड़ोल क्षेत्र से। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद राज्यपाल और मंत्रियों के साथ भोजन के लिए जा रहे कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों को वीआईपी एरिया में प्रवेश से रोके जाने पर विवाद हो गया। आयोजन समिति और कर्मचारियों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद कर्मचारी नेता कमल बाबेल सहित करीब एक दर्जन लोग नाराज होकर कार्यक्रम स्थल से चले गए। कार्यक्रम में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, सांसद मन्नालाल रावत और कई विधायक मौजूद रहे।
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