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December 24, 2025
सीकर। वन एवं पर्यावरण मंत्री और सीकर के प्रभारी मंत्री संजय शर्मा और जिला कलक्टर मुकुल शर्मा के बीच सेवा शिविर को लेकर तीखी नोकझोंक का मामला सामने आया है। मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे संजय शर्मा अचानक सीकर के सेवा शिविर पहुंचे, जहां कर्मचारियों की खाली कुर्सियां देखकर वे भड़क गए। इसी दौरान मंत्री और कलेक्टर के बीच हुई बातचीत का वीडियो भी सामने आया है, जिसने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है।
मंत्री संजय शर्मा ने कलक्टर से नाराजगी जताते हुए कहा, “कलेक्टर साहब, आपकी मर्जी हो उस तरह से इस सीकर जिले को और यहां के सेवा शिविरों को चलाइए, मैं जा रहा हूं।” इसके बाद वे नाराज होकर जयपुर के लिए रवाना हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंत्री की नाराजगी का कारण शिविर में अधिकारियों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति तथा कार्यों को लेकर संतोषजनक जवाब न मिलना था।
बताया गया कि प्रभारी मंत्री जब सुबह शहरी सेवा शिविर पहुंचे, तो वहां कई कर्मचारियों की कुर्सियां खाली थीं। उन्होंने शिविर में चल रहे कार्यों के बारे में आरओ महेश योगी से जानकारी मांगी। जब आरओ ने मोबाइल में सूची दिखाने की कोशिश की, तो मंत्री और अधिक नाराज हो गए। इस दौरान जब जिला कलेक्टर ने नगर परिषद के अधिकारियों का पक्ष लिया, तो मंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि “इन चोरों को प्रोटेक्शन देने की जरूरत नहीं है, कलेक्टर साहब।”
मामला यहीं नहीं रुका। जब प्रभारी मंत्री ने नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा के बारे में पूछा, तो कर्मचारियों ने बताया कि वे लंच पर गए हैं। इस पर मंत्री ने सीधे नगर परिषद आयुक्त को फोन किया। जवाब में शशिकांत शर्मा ने बताया कि वे यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा के साथ एक कार्यक्रम में व्यस्त हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद प्रशासनिक स्तर पर चर्चाएं तेज हो गई हैं। विपक्ष ने इसे सरकार के भीतर समन्वय की कमी बताया है, जबकि प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि सेवा शिविरों की व्यवस्था और जवाबदेही को लेकर आगे सख्ती बरती जा सकती है।
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