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June 6, 2025
अनिल वनवानी . उदयपुर। निर्जला एकादशी के शुभ अवसर पर जहां श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचे, वहीं देवस्थान विभाग द्वारा लगाए गए एक भेंट काउंटर को लेकर विवाद खड़ा हो गया। काउंटर पर श्रद्धा अनुसार दान एकत्र करने की व्यवस्था की गई थी। लेकिन पुजारियों ने इसका कड़ा विरोध किया। यह मामला है जगदीश मंदिर के अंदर का। विवाद की शुरुआत तब हुई जब भेंट काउंटर पर बैठे विभागीय कर्मचारी ’’जूते-चप्पल पहनकर’’ बैठे दिखाई दिए। पुजारियों का कहना है कि यह आचरण धार्मिक मर्यादाओं और मंदिर की परंपरा के खिलाफ है। पुजारियों ने काउंटर हटाने के लिए आधे घंटे का अल्टीमेटम दिया। अन्यथा मंदिर को बंद कर दिया जाएगा। पुजारियों ने आरोप लगाया कि देवस्थान विभाग ने बिना किसी पूर्व जानकारी या सहमति के यह काउंटर लगाया। न हमें वेतन दिया जाता है, न ही किसी प्रकार की सुविधा। अब विभाग हमारे ‘पेट पर लात मारने’ के लिए दान वसूली खुद करने लगा है। पुजारियों का कहना है कि मंदिर की आय पर उनका परंपरागत अधिकार है और यह काउंटर उस पर सीधा हस्तक्षेप है। उन्होंने इसे ’’आस्थाओं और पुजारी परंपरा के विरुद्ध कदम’’ बताया। इस पूरे मामले में अब तक देवस्थान विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विभागीय सूत्रों का कहना है कि काउंटर लगाने का उद्देश्य ’’दान प्रक्रिया को पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाना’’ था। श्रद्धालु भी इस विवाद से असहज नजर आए। कुछ लोगों ने विभाग की पहल को सराहा, जबकि अन्य ने इसे ’’परंपरा में हस्तक्षेप’’ बताया।
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