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September 16, 2021
चित्रकूट अखण्ड आश्रम की रसोई में निकला विषैला स्पेक्टिकल कोबरा सांप कोबरा देखकर चौंके आश्रम के महंत , निकली चीख,आश्रम में फैली दहशत बुधवार की सुबह पुष्कर के चित्रकूट अखण्ड आश्रम में रसोई में काम कर रही रमाबाई के लिए काफी डरावनी रही, जब उन्होंने अपने रसोईघर में कढ़ाई में बैठे पांच फुट लंबे विषैले स्पेक्टिकल कोबरा सांप को देखा। तीर्थनगरी पुष्कर में पंचकुंड के नजदीक लाहरानंद चित्रकूट अखण्ड आश्रम में आज साधु संतो के लिए आश्रम की रसोई में भोजन बना रही रमाबाई को जब भोजन पकाने के लिए कढ़ाई की जरूरत पड़ी तो कढ़ाई मे बेठे पांच फीट लम्बे स्पेक्टिकल कोबरा को देखकर चीख निकल गई ओर रसोईघर से निकलकर भागी । शोर की आवाज सुनकर आश्रम के महंत स्वामी श्यामानंद भी रसोई में पहुचे परन्तु पांच फीट लंबे विषैले कोबरा को देखकर उनके भी पसीने छूट गए ओर पूरे आश्रम में दहशत फैल गई । महंत ने अपने एवं परिवारजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसकी सूचना पुलिस मित्र की टीम को दी। टीम ने विषैले सांप को रेस्क्यू किया और उसे जंगलों में छोड़ दिया। आवश्यक सुरक्षात्मक एवं बचाव उपकरणों से लैस, पुलिसमित्र की रैपिड रिस्पांस यूनिट में राजेंद्र वच्चानी, सांवरा शर्मा, गिरीश गिरी, अजय नाथ, मनीष कुमावत, युवराज सैनी तुरंत चित्रकूट अखण्ड आश्रम पर पहुंची। स्नेक रेस्क्यूएर राजेन्द्र वच्चानी ने सांप की पहचान स्पेक्टिकल कोबरा के रूप में की, जो की भारत में पाए जाने वाली चार सबसे विषैली सांप की प्रजातियों में से एक है। सावधानी बरतते हुए, दस मिनट में सांप को सुरक्षित रूप से कपड़े के बैग में पकड़ा गया। बाद में सांप को जंगल में छोड़ दिया गया पुलिसमित्र टीम को कॉल करने वाले, महंत स्वामी श्यामानंद ने बताया, सांप को रसोई में रखे कढ़ाई में देख कर चौंक गए। किसी भी अनहोनी से बचने के लिए तुरंत जहरीले सांपो से आमजन की सुरक्षा करने वाली पुलिसमित्र टीम से संपर्क साधा। टीम प्रभारी अमित भट्ट ने कहा, देश के सबसे जहरीले सांपों में से एक होने के बावजूद, स्पेक्टिकल कोबरा डरते हैं और लोगों से दूर रहने की पूरी कोशिश करते हैं। बारिश में या यहां तक कि गर्मी में भी ये सांप आश्रय की तलाश में अक्सर बिलों से निकलकर नया स्थान ढूंढ़ते हैं। विषैली सांप प्रजातियों से जुड़े बचाव अभियान अत्यधिक संवेदनशील होते हैं। इसके लिए अब अजमेर जिले में बचाव दल को प्रशिक्षित किया जा है।
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