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September 16, 2021
उदयपुर। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया द्वारा महाराणा प्रताप को लेकर दिए गए विवादित बयान ने तूल पकड़ लिया है। इसके विरोध में गुरुवार को क्षत्रिय संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर आक्रोश रैली निकाली। मेवाड़ क्षत्रीय महासभा के बैनर तले कलेक्ट्रेट पर सभी संगठन एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। रैली में कटारिया को भाजपा से निष्कासित करने की मांग की गई। उल्लेखनीय है कि पूर्व में गुलाबचंद कटारिया ने महाराणा प्रताप और भगवान श्रीराम को लेकर विवादित बयान दिया था, उसके बाद से ही क्षत्रिय समाज में रोष व्याप्त है। कलेक्टर को ज्ञापन देकर कटारिया के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने की भी मांग की गई। इस मौके पर रैली में जनता सेना संयोजक रणधीर सिंह भींडर, करणी सेना अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराणा, रवींद्र सिंह भाटी, लाल सिंह झाला सहित कई नेता भी शामिल हुए।
प्रदर्शन के दौरान करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि महाराणा प्रताप नहीं होते तो आपकी पहचान भी नहीं होती। उन्हें जिस पार्टी को यहां तक पहुंचाने के लिए राम का नाम लेना पड़ा। उसी पार्टी का व्यक्ति ये बोले कि हम नहीं होते तो श्रीराम समुद्र में होते। मकराना ने कहा कि तुम्हें उसी गहराई में पहुंचा देंगे। मकराना ने उदयपुर आ रहे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को भी चुनौती दे डाली और कहा कि हम चिंतन शिविर में चिंतन नहीं होने देंगे। पहले घर पर चिंतन करके आना, महाराणा प्रताप पर हमें क्या कदम उठाना है। मकराना ने कटारिया को नेता प्रतिपक्ष पद से हटाए जाने और भाजपा से निष्कासित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर क्षत्रिय समाज आपके पीछे से हट गया तो भाजपा जरूर चली जाएगी। क्षत्रिय जागृति संस्थान के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र सिंह नरूका कहा कि समाज, देश और महापुरूषों के विरूद्ध कोई अनर्गल प्रलाप करे तो उसकी जबान को खींचकर प्रत्यंचा बनाकर उसपर छोड़ दें। नरूका ने कटारिया को आज का मोहम्मद गौरी बता दिया। इसके अलावा बीजेपी-कांग्रेस के कई नेताओं पर भी नरूका बरसे। उन्होंने कटारिया और डोटासरा को एक बताया। नरूका ने राजसमंद सांसद दीया कुमारी को भी आड़े हाथों लेते हुए पैरों का कंकर बताया। नरूका ने कहा कि ये वो लोग हैं जिनके मंच पर रहते हुए कटारिया ने ऐसा बयान दिया था।
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