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July 29, 2021
उदयपुर। इंटरनेशनल टाइगर डे के अवसर पर गुरुवार को ग्रीन पीपल सोसाइटी उदयपुर व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इण्डिया की ओर से प्रस्तावित कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व चुनौतियां और संभावनाए विषय पर वेबिनार का आयोजन हुआ।
वेबिनार में मुख्य वक्ता राजसमंद सांसद व राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण सदस्य दीया कुमारी ने बताया कि कुम्भलगढ़ अभयारण्य में टाइगर को फिर से बसाना अच्छा होगा। इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा व रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। उन्होंने इसके लिए गठित कमेटी द्वारा जो भी प्रस्ताव दिया जाएगा उसके अनुसार इस पर कार्य करवाने हेतु आश्वस्त किया। विशिष्ट अतिथि कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने इसे क्षेत्र के विकास के बेहतर बताते हुए आश्वासन दिया कि यदि प्रशासनिक रूप से भी कोई मदद की आवश्यकता होगी तो जरूर करेंगे।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के सीईओ रवि सिंह ने कहा कि कुंभलगढ़ सेंचुरी में और इसके आसपास और भी अन्य सभी पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा जैसे कि बनास नदी को किस तरीके से इसे जोड़ा जा सकता है, इसमें मौजूद अन्य और वन्यजीवों पर भी प्रकाश डाला एवं इससे अन्य जुड़े हुए पहलुओं पर ध्यान देने पर जोर दिया।
वन्यजीव विशेषज्ञ राजपाल सिंह ने कुंभलगढ़ की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कई सकारात्मक पहलुओं पर प्रकाश डाला व बताया कि क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं जिसके लिए इसे टाइगर हेतु एक अच्छा स्थान माना जा सकता है।
वैज्ञानिक एवं नोडल ऑफिसर डब्लूआईआई उमर कुरेशी ने बताया कि प्रे बेस सर्वे पर काम करना होगा एवं जल्दी करने की आवश्यकता नहीं है भविष्य में मुकुंदराज जैसी गलती को दोहराने का काम ना हो इसलिए प्रे बेस पर जोर दिया जाए।
सेवानिवृत आईएफएस एवं ग्रीन पीपल सोसायटी के अध्यक्ष राहुल भटनागर ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए वेबिनार के
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