Post Views 11
January 16, 2021
कांग्रेस ने अपने पैरों पर मारी कुल्हाड़ी, 80 वार्डों में से मात्र 76 पर ही खड़े किये प्रत्याशी
चुनाव नामांकन के सिंबल सौंपने के बावजूद सार्वजनिक नहीं की गई सूची, गफलत के कारण कांग्रेसी हुए बागी
नामांकन भरने के दूसरे दिन दोनों ही राजनैतिक दलों के उम्मीदवारों ने दिखाए बग़ावती तेवर खुलकर चुनाव मैदान में उतरे बागी, कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने निर्दलीय ताल ठोक कर कांग्रेस को आईना दिखाने की दी चेतावनी। सर्वप्रथम बात करते हैं वार्ड एक से कांग्रेस के टिकट पर उम्मीदवारी जताने वाले 35 साल पुराने कांग्रेस के सच्चे सिपाही शैलेंद्र अग्रवाल की जो निवर्तमान पार्षद भी रहे हैं, उन्होंने वार्ड नंबर 1 से टिकट की दावेदारी जताई थी। लेकिन पार्टी ने ऐन वक्त पर उनका टिकट रद्द कर दिया और पुराने बागी रहे कांग्रेसी को टिकट देकर इस वार्ड के समीकरण ही बदल दिए। शैलेंद्र अग्रवाल ने अपने आक्रोश का इजहार करते हुए कहा कि वह वार्ड नंबर 1, 2 और 3 के अंदर निर्दलीय प्रत्याशी खड़े करेंगे और इस बार ना तो भाजपा और ना ही कांग्रेस बोर्ड बना पाएगी बोर्ड निर्दलीय ही बनाएंगे।
इसी तरह वार्ड 35 से कांग्रेस से टिकट मांग रहे पूर्व पार्षद चंदन सिंह ने भी कांग्रेस से बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
चंदन सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर कई तरह के आरोप लगाते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की।
कांग्रेस से वार्ड 42 से टिकट मांग रहे काजल ईश्वर राजोरिया जो कि एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस और जिला कांग्रेस में कई पदों पर कार्य कर चुके हैं ने भी साफ तौर पर कहा कि इस बार निगम चुनाव में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी।
कांग्रेस हारेगी सिर्फ अपने कर्मों की वजह से उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि वार्ड 43 48 और 49 में वे निर्दलीय प्रत्याशियों को खड़ा करेंगे और वह जीत कर दिखाएंगे। इस वार्ड में ना तो कांग्रेस और ना ही बीजेपी जीत पाएगी।
ऐसा नहीं है कि बगावत सिर्फ कांग्रेस में ही दिखाई दे रही है, भाजपा में भी बगावत करने वालों की कोई कमी नहीं है। अपना टिकट एन वक्त पर कट जाने से नाराज वार्ड 45 की दावेदार कुसुम राठौड़ ने आरोप लगाया है कि बीती रात तक उनका टिकट फाइनल था सिंबल भी अलॉट था। लेकिन रात को फोन आया जिसमें पैसों की डिमांड की गई और उसके बाद ही टिकट काट दिया। किसी बाहरी उम्मीदवार मनीषा कुमारी को टिकट दे दिया गया। जबकि वे स्थानीय है और जनरल भी हैं।
कांग्रेस की हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस ने गफलत में या कहे जानबूझकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में उम्मीदवार तक घोषित नहीं किए। कांग्रेस ने वार्ड नंबर 11 12 और 13 में प्रत्याशी घोषित नहीं किया और ना ही सिंबल दिए, वहीं वार्ड नंबर 29 में कांग्रेस चुनाव से पहले ही सीट गंवा बैठी और भाजपा की झोली में वार्ड 29 की सीट डाल दी।यंहा कांग्रेस ने प्रत्याशी खड़ा ही नहीं किया। 80 वार्डों में से 76 वार्डो में प्रत्याशी और सिंबल घोषित करने की बात कांग्रेस कह रही है।लेकिन नामांकन भरने के दूसरे दिन शाम तक भी अधिकारिक लिस्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया, जिसके चलते नामांकन भरने वाले प्रत्याशियों में भी संशय की स्थिति बनी रही। वही दरगाह, ढाई दिन का झोपड़ा और आसपास के इलाकों में कांग्रेस के खिलाफ ब्लैक डे मनाते हुए पोस्टर लगा दिए गए। मुस्लिम बाहूल्य इलाकों में कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी है।
शामिर खान ने बताया कि मुसलमानों को कांग्रेस सदा से वोट बैंक समझती है जबकि मुसलमानों ने कभी भी दूसरी किसी पार्टी को अपना राजनीतिक दल नहीं माना। सिर्फ कांग्रेस को ही वोट देते रहे लेकिन कांग्रेस उन्हें सिर्फ अपना वोट बैंक ही समझती है ऐसे में पार्टी को अब उसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा।
इसी तरह पलटन बाजार निवासी मनोज कुमार सागर ने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराते हुए निगम में वार्ड नंबर 13 से चुनाव प्रत्याशी अब्दुल हमीद खान का नामांकन रद्द करने की अपील की है।
मनोज कुमार सागर के वकील ने बताया कि अब्दुल हमीद के 1995 के बाद तीसरी संतान पैदा हुई है, जिसका उल्लेख उन्होंने नामांकन भरते समय नहीं किया जो की विधि विरुद्ध है। उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका नामांकन रद्द किया जाए।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved