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October 23, 2020
जयपुर के आमेर किले में स्थित शिला माता मंदिर में दुर्गाष्टमी पर आज मां महागौरी के स्वरूप में विधि विधान के साथ अष्टमी के निमित्त विशेष पूजा-अर्चना की गई। आजादी के बाद ये पहला ऐसा समय रहा, जब भक्त मां के दर्शनों से वंचित रह गए। कोरोना के कारण इस बार मंदिर प्रबंधन ने मंदिर को 31 अक्टूबर तक आमजन के प्रवेश के लिए बंद कर रखा है।
पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि आज सुबह अष्टमी के निमित्त माता की पूजा की गई। पूजा से पहले माता को नई पोशाक धारण करा विशेष श्रृंगार किया गया। शाम 4.30 बजे नवरात्र पूर्णाहुति होगी। इससे पहले शुक्रवार रात को निशा पूजा की गई।पुजारी ने बताया कोरोना के कारण मंदिर को आमजन के लिए बंद रखा है, हालांकि इस बीच मंदिर में पूरे नवरात्रा सभी अनुष्ठान और पूजा-अर्चना नियमित की गई। नवरात्र में घट स्थापना भी हुई, इस बार छठ का मेला भी नहीं भर पाया।
माता को लगाएंगे ड्राइफ्रूट व पताशे का भोग
इधर दूसरी तरफ जयपुर के राजापार्क में पंचवटी सर्किल स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में माता के अष्टमी के निमित्त पूजा-अर्चना की गई। माता को ड्राइफ्रूट व पताशे का भोग लगाया गया। माता को दिनभर में पांच पोशाकें बदली जाएगी। दोपहर में महाआरती होगी।
रात के नवमीं के निमित्त हवन होगा। वैष्णो देवी सेवा समिति जुडे लोगों ने बताया कि अष्टमी पर लोग हलुवा, पूडी व काले चने का प्रसाद लेकर आएंगे, लेकिन इस बार मंदिर के बाहर से ही लोग माता को प्रसाद दिखाकर वापस ले जाएंगे और परिजनों को बांटेंगे, जबकि हर बार माता के प्रसाद मंदिर में ही बांटा जाता हैं।
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