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August 15, 2020
राजधानी में शुक्रवार को हुई बर्बादी की बारिश के निशान शनिवार को भी नजर आए। जहां सुबह व्यापारियों ने दुकानों पर जाकर नुकसान का जायजा लिया। वहीं, निचली बस्तियों और कुछ इलाकों में पानी अब भी नहीं उतरा है। ऐसे में परेशान लोग प्रशासन की मदद पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। स्थिति यह रही की शहर के कई क्षेत्रों में लोगों को रात गुजारने के लिए अपने रिश्तेदारों के घर पर जाना पड़ा। वहीं, कुछ ने घर की छत पर रात गुजारी। मुश्किल की इस रात का हालात जानने के लिए भास्कर लोगों के बीच पहुंचा।
1- कपड़े, आटा, नमक सब बह गया
हम सबसे पहले पहुंचे सूत मिल कालोनी। यहां रहने वाले गोवर्धन ने बताया कि हमारे क्षेत्र में इतना पानी भर गया था कि जेसीबी की मदद से रेलवे के नाले को तुड़वाया इसके बाद पानी निकला। अब ऐसी दिक्कत हो गई है कि लोगों के पास खाना ही नहीं है। कपड़े, आटा, नमक सब पानी के साथ बह गए। रात गुजारना मुश्किल हो गया। लोगों को छतों पर और दूसरे इलाकों में जाकर सोना पड़ा। लोगों के पास पीने का पानी तक नहीं है। 5 हजार से ज्यादा लोग इलाके में रहते हैं। रात को कई लोगों को भूखा सोना पड़ा। जिन घरों में जो थोड़ा बहुत बचा था उससे पहले बच्चों का पेट भरा। रात भी बैठे-बैठे गुजर गई।
रुक्मणी नगर में भरा पानी। लोगों को आने जाने में हो रही परेशानी।
2- बच्चे कल से भूखे बैठे, लोगों से मांग कर लाए खाना
सूत कालोनी से आगे चले तो पास ही एक बस्ती में महिला ने बताया कि बारिश में घर के पीछे की दीवार गिर गई। आज सुबह खाना बनाने बैठे थे वो बना ही नहीं पाए। इसके बाद मंदिर से केले लाकर पेट भरा। पूरा कमरा गिर गया। महिला ने कहा कि बच्चे भूख से तड़प रहे थे। हमारे क्षेत्र का पानी बाहर जाता ही नहीं है। इसलिए पूरे इलाके में पानी भर गया। आसपास के लोगों से खाना मांगकर लाना पड़ा। बारिश से पूरी तरह से बर्बाद हो गए। पूरी गृहस्थी फिर से बसानी पड़ेगी।
बस्तियों में रातभर भूखे बैठे रहे बच्चे।
3- शोरूम में रखे सारे कपड़े बर्बाद हो गए, करोड़ों का नुकसान हुआ
इसके बाद जयपुर के सबसे व्यस्त बाजार चौड़ा रास्ता पहुंचे। यहां स्थित रेडिमेड कपड़े की दुकान के मालिक सेफ ने बताया कि कल तेज बारिश के कारण दुकान नहीं आ पाए। आज सुबह पहुंचे तो बेसमेंट पूरी तरह पानी से भर गया था। पंप की मदद से पानी बाहर निकाल रहे हैं। इतना पानी भरा है कि सुबह से अब तक भी बेसमेंट पानी से लबालब भरा है। सारा सामान खराब हो गया। सब नए कपड़े खराब हो चुके हैं। फिर थोड़ा आगे बढ़े तो पास में एक टेलीकॉम कंपनी का कस्टमर केयर सेंटर है। वहां बेसमेंट में पूरी तरह पानी भर गया। करीब लाखों रुपए की मशीनें खराब हो गईं।
टेलीकॉम कंपनी का सारा सामान बर्बाद हुआ।
4- किताबों की दुकान बर्बाद
चौड़ा रास्ता में ही किताबों की दुकान लगाने वाले मोतीलाल शर्मा ने बताया कि पानी से सारी किताबें गीली हो गईं। करीब-करीब सभी दुकानों में पानी भर गया था। लगभग सभी व्यापारियों को लाखों का नुकसान हो गया है। मशीनें लगाकर पानी बाहर निकाला है। इसके बाद पता चलेगा कि क्या बचा है।
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